काहिरा। खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) का सरगना अबू बकर अल बगदादी ने इराक में अपनी हार मान ली है। खबरों की मानें तो अपने विदाई भाषण में बगदादी ने कहा है कि अरब के बाहर से आए लड़ाके या तो अपने देश लौट जाएं या खुद को उड़ा लें। इराकी सेना ने आईएस के आखिरी गढ़ मोसुल में आतंकी संगठन के खिलाफ शिकंजा कस दिया है।
इस बीच खुद को खलीफा घोषित कर चुके बगदादी ने आईएस के मौलवियों के बीच विदाई भाषण के नाम से बयान भेजा है। इराकी टीवी नेटवर्क अलसुमारिया के हवाले से अल-अरबिया ने यह जानकारी दी है। निनेवेह में इराकी प्रशासनिक सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि बगदादी ने यहां आतंकियों को संभालने वाले आईएस कार्यालय को बंद करने का आदेश दिया है। अरब के बाहर से आए लड़ाकों को जन्नत में 72 हूरों मिलने का वादा करते हुए उसने अपने देश लौट जाने या खुद को उड़ा लेने का आदेश भी दिया है।
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बगदादी इस समय सेना से घिरे हुए इलाके में ही फंसा है या कहीं और है। रिपोर्ट के मुताबिक आईएस के कई बड़े आतंकी इस समय इराक से कूच कर पड़ोसी देश सीरिया में पहुंच चुके हैं। उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय और अमेरिकी सेनाओं के सहयोग से इराकी सेना ने 17 अक्टूबर को मोसुल से आईएस को खदेड़ने का अभियान शुरू किया था। जनवरी तक मोसुल के पूर्वी हिस्से पर सेना का कब्जा हो गया था। विभिन्न मीडिया रिपोर्टों में बगदादी के कई बार घायल होने की बातें भी सामने आ चुकी हैं। बगदादी पर एक करोड़ डॉलर (करीब 66 करोड़ रुपए) का इनाम रखा गया है।