वॉशिंगटन। राष्ट्रपति चुनावो के दौरान डोनाल्ड ट्रम्प ने लोगों से वादा किया था कि वो राष्ट्रपति बनते ही मुस्लिम देशों से आने वाले शरणार्थियों पर रोक लगा देंगे। इसी वादे को पुरा करते हुए ट्रम्प ने एक ऑर्डर पर साइन किए हैं।
इसके मुताबिक, अमेरिका आने वाले रिफ्यूजियों की संख्या तय की जाएगी और इस्लामिक कट्टरपंथियों को अमेरिका से बाहर कर दिया जाएगा। इराक, ईरान, सीरिया, सूडान, लीबिया, सोमालिया और यमन जैसे 7 मुस्लिम देशों के विजिटर्स को फिलहाल वीजा नहीं मिलेगा।
ट्रम्प ने शुक्रवार को डिफेंस डिपार्टमेंट पेंटागन का पहली बार दौरा किया। यहां उन्होंने कहा कि अब एक नया कानून बनेगा जिसके अनुसार इस्लामिक कट्टरपंथियों और आतंकवादियों को देश से बाहर निकाल दिया जाएगा। आतंकवाद को मिटाने के लिए यह आवश्यक है।
टम्प ने कहा, हम 9/11 की घटना को हमेश याद रखें और उन जवानों को जिन्होंने पेंटागन में जान गंवा दी थी। वो हमारे बेस्ट जवान थे। हम उन्हें शब्दों से श्रद्धांजलि नहीं दे सकते।
उन्होंने कहा,मैं भरोसा दिलाना चाहता हूं कि देश पर कोई खतरा नहीं है। हमारे सैनिक दुनियाभर में लड़ रहे हैं। मैं बस ये कहना चाहता हूं कि जो लोग देश में रह रहे हैं वे देश को सपोर्ट करें और लोगों से प्यार करें।
बता दें कि यूएस रिफ्यूजी एडमिशन्स प्रोग्राम को 120 दिन के लिए बंद कर दिया गया है। ये तभी शुरू किया जाएगा जब ट्रम्प कैबिनेट के मेंबर्स उसकी अच्छी तरह जांच कर लेंगे।
ऑर्डर के मुताबिक, इराक, ईरान, सीरिया, सूडान, लीबिया, सोमालिया और यमन के लोग भी 90 दिन तक अमेरिका में एंट्री नहीं ले सकेंगे। उन्हें वीजा नहीं मिलेगा।