बीजिंग। चीन का जे-10 लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली महिला पायलट यू शू की हुबेई राज्य में एयरोबेटिक एक्सरसाइज के दौरान मौत हो गई। शू अपने विमान से बाहर निकलने की कोशिश में दूसरे प्लेन के विंग से टकरा गई।
हालांकि, उनका साथी पायलट सुरक्षित निकलने में कामयाब रहा। यू ने 2005 में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी में एअरफोर्स ज्वाइन की थी। 30 साल की यू शू चीन एयरफोर्स की एयरोबेटिक डिस्प्ले टीम ‘अगस्त फर्स्ट’ की सदस्य थीं।
एअरफोर्स के प्रवक्ता शेन जिंके के मुताबिक, देश की सिर्फ चार ही महिला पायलट के पास देश में बने फाइटर जेट उड़ाने की क्षमता है। उनमें से एक बेहतरीन पायलट की मौत चीनी एयरफोर्स के लिए एक बहुत बड़ा नुकसान है। चीन की सोशल मीडिया साइट वीबो पर भी हजारों यूजर्स ने यू की मौत पर दुख जाहिर किया है।
‘गोल्डन पीकॉक’ नाम से ख्यात- 1986 में चोंगझोऊ में जन्मीं यू शू ने 2005 में एअरफोर्स ज्वाइन करने के बाद चार साल की ट्रेनिंग की। इसके बाद यू शू फाइटर जेट्स चलाने वाली चीन की 16 फीमेल पायलट में से एक बनीं।
जुलाई 2012 में उन्होंने जे-10 फाइटर जेट उड़ाने वाली पहली महिला का रिकॉर्ड अपने नाम किया। इस कामयाबी से खुश उनके फैन्स ने उन्हें ‘गोल्डन पीकॉक’ (सोने का मोर) नाम भी दिया था।