लंदन। ब्रिटेन के मौसम विभाग का मानना है कि 2016 इतिहास का सबसे गर्म साल बनने की राह पर है। शुरूआती नौ महीनों के आंकड़ों पर गौर करने के बाद वैज्ञानिक 90 फीसद निश्चित हैं कि साल 2016, तापमान के मामले में 2015 को पीछे छोड़ देगा। बता दें कि मौसम विभाग की जानकारियों का रिकॉर्ड रखने की शुरूआत सन् 1850 में हुई थी।
जिसके बाद से लगातार तीसरे साल वैश्विक तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। ब्रिटेन के मौसम विभाग का मानना है कि 2016 इतिहास का सबसे गर्म साल बनने की राह पर है। अधिकतम तापमान का यह राष्ट्रीय रिकॉर्ड है। पेरिस समझौते पर बनी सहमति को देखते हुए डब्ल्यूएमओ का यह अनुमान महत्वपूर्ण है।
इसमें औद्योगिक क्रांति से पहले की तुलना में तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे तक सीमित करने का लक्ष्य रखा गया है। मौजूदा समय में यह आंकड़ा 1.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। डब्ल्यूएमओ के मुताबिक, अफ्रीका और एशिया के कई देशों के तापमान में रिकार्ड वृद्धि दर्ज की गई है। इसके चलते पिछले साल 1.92 करोड़ लोगों को विस्थापित होना पड़ा था।