प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इनदिनों अमेरिका की यात्रा पर हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने रविवार को न्यूयॉर्क में फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इस बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने कई मुद्दों पर बातचीत की। वहीं पीएम मोदी ने गाजा स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की। इसके साथ ही पीएम मोदी ने फिलिस्तीनी लोगों को भारत के लगातार समर्थन की भी पुष्टि की।
पीएम मोदी की इस द्विपक्षीय बैठक के बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी। उन्होंने एक पोस्ट में कहा कि, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महामहिम महमूद अब्बास से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने गाजा में मानवीय स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की और फिलिस्तीन के लोगों को भारत के निरंतर समर्थन की पुष्टि की।" बता दें कि भारत लंबे समय से इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष के लिए दो-राज्य समाधान पर विचार करता रहा है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल पर किए गए आतंकी हमले की निंदा करने वाले पहले वैश्विक नेताओं में से एक थे, बावजूद इसके भारत ने बार-बार गाजा की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। यही नहीं भारत ने अपनी प्रतिबद्धता के तहत गाजा के लोगों को मानवीय मदद भी भेजी। भारत ने जुलाई में 2024-25 के लिए फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी, यूएनआरडब्ल्यूए को 2।5 मिलियन डॉलर की पहली किस्त भी जारी की थी।
अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और कुवैत के क्राउन प्रिंस शेख सबा खालिद अल-हमद अल-मुबारक अल-सबा के साथ भी द्विपक्षीय बैठकें कीं। कुवैत के क्राउन प्रिंस के साथ, पीएम मोदी ने भारत-कुवैत द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की। इस दौरान दोनों नेताओं ने दोनों देशों के ऐतिहासिक संबंधों और लोगों के बीच मजबूत संपर्कों को और मजबूत करने के तरीकों पर भी चर्चा की।
वहीं नेपाली पीएम ओली के साथ मुलाकात के के दौरान पीएम मोदी ने सदियों पुरानी, बहुआयामी और विस्तारित भारत-नेपाल साझेदारी के सभी क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के लिए आपसी हित के मामलों पर बातचीत की। इससे पहले दिन में, पीएम मोदी ने न्यूयॉर्क में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग द्वारा आयोजित एक गोलमेज सम्मेलन में अमेरिका के शीर्ष तकनीकी नेताओं और सीईओ के साथ बातचीत की।