वाशिंगटन। यूएस-चाइना ट्रेड वार से चीन की अर्थव्यवस्था बुरी तरह लड़खड़ा गई है। इस बात की पुष्टि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रंप दोनों ने की है। न्यूज एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, शुक्रवार को IMF ने कहा कि अगर ट्रंप टैरिफ को और बढ़ा देते हैं, तो चीन की GDP में तेज गिरावट देखी जा सकती है। इसके साथ ही आईएमएफ ने इस साल के लिए चीन की आर्थिक वृद्धि दर अनुमान घटाकर 6.2 फीसद कर दिया है। वहीं, डॉनाल्ड ट्रंप चीन को टैरिफ के बोझ से राहत देने के मूड में कतई नहीं हैं। शनिवार को ट्रंप ने कहा कि चीन की अर्थव्यवस्था इस समय पिछले कई दशकों के सबसे बुरे दौर से गुजर रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि चीन व्यापार समझोता करना चाहता है। हालांकि, ट्रंप ने कहा कि वह व्यापार समझौते के लिए तैयार नहीं है। आईएमएफ की रिपोर्ट में इस साल के लिए लगाया गया चीन की आर्थिक वृद्धि दर का पुर्वानुमान और कम होने की संभावना है। यह रिपोर्ट ट्रंप द्वारा चीन के 300 अरब डॉलर के उत्पादों पर 10 फीसद अतिरिक्ट टैरिफ लगाने की घोषणा से पहले तैयार की गई थी। इसके अलावा यदि चीन के बाकी आयात पर भी 25 फीसद अतिरिक्त टैरिफ लगता है, तो यह पुर्वानुमान और कम हो सकता है। आईएमएफ ने भी कहा है कि जैसे-जैसे ट्रेड वॉर बढ़ेगा वैसे ही चीन की आर्थिक वृद्धि दर कम होती चली जाएगी।