स्टॉकहोम। स्वीडन के आर्थिक अपराध प्राधिकरण (ईबीएम) ने कहा है कि उसने स्वेडबैंक से जुड़े संभावित धोखाधड़ी के मामलों की जांच का विस्तार किया है। मुख्य अभियोजक थॉमस लैंगरोट ने बुधवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा, ‘‘मीडिया द्वारा दी गयी जानकारी से ऐसा लगता है कि बैंक ने सार्वजनिक और बाजार के खिलाड़यिों (दलालों) के बीच भ्रामक जानकारी वितरित की हो और वह संभावित धन शोधन से संबंधित हो। आगे की जांच से पता चलेगा कि क्या यह धोखाधड़ी है और यदि ऐसा है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार है?’’
उल्लेखनीय है कि स्वीडन के एसटीवी ब्रॉडकास्टर ने फरवरी के शुरू में एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसमें कहा गया था कि बैंक ने अपनी एस्टोनियाई शाखा के माध्यम से हवाला (मनी लॉन्ड्रिंग) योजनाएं लागू हुई थीं। स्वीडिश मीडिया की बुधवार रिपोर्ट के अनुसार इसी सिलसिले में कानून प्रवर्तन ने स्टॉकहोम में स्वेडबैंक के मुख्यालय पर छापा मारा था। इसके अलावा अमेरिकी अधिकारियों ने पनामा स्थित कानून फर्म मॉसैक फोंसेका से बैंक कथित संबंध को लेकर जांच शुरू की है।
वर्ष 2016 में तथाकथित पनामा पेपर्स जारी होने के बाद मॉसैक फोंसेका हाई-प्रोफाइल मामला बन गया। दस्तावेजों में आरोप लगाया गया कि दुनियाभर के कई राजनेताओं और बड़ी कंपनियां इस धोखाधड़ी में शामिल थीं। एस्टोनिया, लातविया और लिथुआनिया के अधिकारियों ने भी स्वेडबैंक में अपनी जांच शुरू की है।