संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने सीरियाई सरकार और विदेशी ताकतों को चेतावनी दी है कि मासूम नागरिकों की जान की कीमत पर होने वाली हिंसक सैन्य कार्रवाई को बंद करके संघर्ष विराम के लिए आगे आएं। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने शुक्रवार को एक बयान जारी करके कहा कि पूरे सीरिया में संघर्ष विराम लागू करने के कदम के तहत पश्चिमोत्तर इदलिब शहर में हमलों पर विराम लगाना अनिवार्य है। उन्होंने विद्रोहियों के कब्जे वाले इदलिब प्रांत में व्यापक पैमाने पर होने वाली सैन्य कार्रवाई पर चिंता व्यक्त की और सीरिया और उसके समर्थकों को चेतावनी दी और कहा कि यहां खूनखराबा नहीं होना चाहिए।
गुटेरस ने कहा,‘‘पिछले कुछ हफ्तों में सीरिया के इदलिब प्रांत में सैन्य कार्रवाई बढ़ने की रिपोर्टें आ रही हैं। मैं इस तरह की सैन्य कार्रवाई से बेहद दुखी और चिंतित हूं।’’ उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का मतलब यह नहीं है कि मासूम लोगों की जान की अनदेखी की जाये। नागरिकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के तहत गौण नहीं हो सकती है। गुटेरेस ने कहा, ‘‘सीरिया में जारी संघर्ष की कीमत आम लोगों को चुकानी पड़ रही है।
अंतरराष्ट्रीय मानवतावादी और मानवाधिकार कानूनों का घोर उल्लंघन करके बेकसूर नागरिकों,जिनमें अधिकांश बच्चे और महिलाएं शामिल हैं, मारे जा रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि सीरिया मसले का ऐसा राजनीतिक हल निकाला जाना आवश्यक है जो देश के सभी नागरिकों की आकांक्षाओं को विधिसंगत रूप से पूरा करता हो। इसके लिए अगर संघर्षरत पक्ष आगे आते हैं तो मजबूत अंतरराष्ट्रीय सहयोग की तत्काल जरूरत होगी। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार सीरिया में लोगों की स्थिति बेहद खतरनाक स्थिति में है और इदलिब में स्थिति जंगलराज की तरह है।
इस देश में करीब एक करोड़ 17 लाख लोग असुरक्षित माहौल में जी रहे हैं और उन्हें तत्काल मदद की जरूरत है। सीरिया में करीब आठ साल से जारी युद्ध में तीन लाख 70 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें एक लाख 12 हजार नागरिक शामिल हैं। सीरियन ऑब्जरवेटरी फॉर ‘मून राइट्स संस्था के मुताबिक, मृतकों में 21,000 बच्चे तथा 13,000 महिलाएं शामिल हैं।