लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने वीआईपी कल्चर को खत्म करने की ओर कदम बढ़ाते हुए पूर्व सरकार के कई मंत्रियों और विपक्षी नेताओं की सिक्योरिटी घटा दी है। जिनकी सिक्योरिटी कवर में कटौती की गई हैं, उनमें समाजवादी पार्टी की कन्नौज से सांसद और पूर्व सीएम अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव, पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव, आजम खान, राज्यसभा सदस्य राम गोपाल यादव समेत कई नेता शामिल है। डिंपल, शिवपाल और आजम की ‘जेड’ श्रेणी की सिक्योरिटी को घटाकर ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है।
योगी सरकार ने सुरक्षा समिति की बैठक के बाद आशू मलिक, राकेश यादव, अभय सिंह और अतुल प्रधान समेत करीब 100 नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली है। हाल ही में गृह विभाग की बैठक के बाद पूर्व सरकार में नेताओं और मंत्रियों को दी गई सुरक्षा के संबंध में रिपोर्ट मंगाई। जिसके बाद सुरक्षा घटाने का फैसला लिया गया।
कैसे मिलती है सुरक्षा
किसी राजनीतिक या विशिष्ट व्यक्ति को वीआईपी सुरक्षा देने का फैसला खतरे के आकलन के बाद होता है। चार श्रेणियों में सुरक्षा प्रदान की जाती है, जिसे जेड प्लस, जेड, वाई एवं एक्स श्रेणी कहा जाता है। सुरक्षा हासिल करने के लिए सुरक्षा मांगने वाले आवेदक को संभावित खतरे के बारे में बता कर सरकार के समक्ष आवेदन करना होता है। औपचारिक मंजूरी के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी दिया जाता है