नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी में मुलायम और अखिलेश के बीच जारी जंग में चुनाव आयोग से मुलायम गुट को करारा झटका लगा है। आयोग ने पार्टी के चुनाव चिह्न 'साइकिल' अखिलेश के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी को देने का फैसला सुनाया।
चुनाव आयोग द्वारा जारी आदेश पर मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी के अलावा दो अन्य चुनाव आयुक्तों के भी हस्ताक्षर हैं। आयोग ने अपने आदेश में कहा, 'आयोग ने दोनों पक्षों की दलीलों पर विचार के बाद यह पाया कि अखिलेश खेमा ही असली समाजवादी पार्टी है और वह ही पार्टी के नाम तथा चुनाव चिह्न आदेश 1968 के मुताबिक साइकिल चुनाव चिह्न के इस्तेमाल के हकदार हैं।
आयोग के फैसले से बेहद खुश अखिलेश के करीबी और उनके चाचा रामगोपाल यादव ने कहा, 'चुनाव आयोग ने सही निर्णय लिया इसलिए कि दूसरे खेमे (मुलायम सिंह यादव खेमा) के पास चुनाव चिह्न पाने के लिए जरूरी दस्तावेजी ताकत नहीं थी। इस फैसले के बाद अखिलेश समर्थकों में भारी उत्साह देखा गया और लोगों ने पार्टी दफ्तर के बाहर जश्न मनाना शुरू कर दिया।
समाजवादी पार्टी में विभाजन हुआ
आयोग ने फैसले में कहा कि पार्टी में विभाजन हुआ था। मुलायम यिंह खेमा यह दवा करता रहा कि 1 जनवरी को लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में होने वाले वार्टी को अधिवेशन असंवैधानिक था। इसलिए पार्टी में विभाजन नहीं हुआ है, और मुलायम सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हुए हैं। इस अधिवेशन में अखिलेष यादव को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था। अधिवेशन में पार्टी के 90 फीसदी प्रतिनिधियों, विधायकों और सांसदों ने हिस्सा लिया था। आयोग ने कहा कि मुलायम सिंह यादव की ओर से आयोग को दिए गए पत्र में उन्होंने खुद स्वीकार किया कि पार्टी में विभाजन हो चुका है।
मुलायम ने जवाब नहीं दिया
आयोग ने कहा कि बार बार मौका देने के बाद भी मुलायम सिंह खेमे ने अपने पक्ष में विधायकों, सांसदों और प्रतिनिधियों के समर्थन के सबूत पेश नहीं किए। उनकी ओर से वकील वह बस यह कहते रहे कि समर्थन के पक्ष में दिए गए शपथपत्र गलत हैं और उनमें कई त्रु़टियां हैं। लेकिन उन्होंने कोई लिखित सबूत पेश नहीं किया।
अखिलेश, समर्थकों ने की आतिशबाजी
चुनाव आयोग से साइकिल चुनाव चिह्न मिलने की खबर आते ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समर्थक झूम उठे। उन्होंने आतिशबाजी कर अपनी खुशी का इजहार किया। इस सबके बीच मुख्यमंत्री अखिलेश अपने पिता मुलायम सिंह यादव से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचे। बंद कमरे में उनकी मुलायम के अलावा वहां मौजूद शिवपाल सिंह यादव से बातचीत हो रही है।
रामगोपाल ने चुनाव आयोग को दी बधाई
रामगोपाल यादव ने कहा, ”मैं चुनाव आयोग को बधाई देना चाहूंगा। आयोग ने बहुत सही और न्यायसंगत फैसला दिया है। देश में जहां भी समाजवादी पार्टी है सभी अखिलेश के पक्ष में हैं। इससे साफ हो गया है कि अखिलेश एक बार फिर सीएम बनेंगे। जब तक चुनाव हैं तब तक मुलायम सिंह के बारे में कुछ नहीं बोलूंगा। हमारे बीच फूट थी इसीलिए चुनाव आयोग में दो गुट बैठे थे। नेता जी को इस वजह से कुछ समझ नहीं आया क्योंकि कुछ ऐसे लोग उनके साथ हैं जो पार्टी को बर्बाद करना चाहते हैं। मेरी मुख्यमंत्री से बात हुई है, वे बहुत खुश हैं।” कांग्रेस के साथ गठबंधन पर रामगोपाल यादव ने कहा, ”उम्मीद है।”