वाराणसी। उत्तर प्रदेश की वाराणसी पुलिस ने दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर चेतगंज क्षेत्र में करीब पांच माह पुरानी हत्या की एक गुत्थी सुलझाने का दावा करते हुए सोमवार को कहा कि फोटो स्टेट करने को लेकर हुए मामूली विवाद के बाद की निर्मम घटना हुई थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने संवाददाताओं को बताया कि गत वर्ष 25 अक्टूबर को चेतगंत क्षेत्र में कमला पुस्तक भंडार एवं फोटो स्टेट के मालिक सतीश राय की हत्या के मामले का खुलासा किया । इस मामले में पुलिस ने इसी क्षेत्र के शातीर अपराधी महाबीर अग्रहरि एवं लालू उर्फ कृष्णचन्द्र यादव को सूचना के आधार पर संपूर्णानंद संस्कृति विश्वविद्यालय के पास गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि राय की हत्या के बाद से दोनों फरार हो गये थे और इनकी तलाश की जा रही थी। उन्होंने बताया कि मूल रुप से सोनभद्र जिले का निवासी महाबीर वाराणसी में चौक क्षेत्र के बड़ी पियरी और जबकि कृष्णचन्द्र चेतगंज क्षेत्र के बाग बरिया सिंह का रहने वाला है। पकड़े गये हत्यरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त एक पिस्टल, कारतूस, दो मोबाइल फोन और बगैर नम्बर की एक मोटरसाइकिल बरामद हुई है। कुलकर्णी ने बताया कि पूछताछ में कृष्णचन्द्र ने बताया कि गत छह अक्टूबर को वह आधार कार्ड की फोटो कॉपी कराने राय की दुकान पर गया था। फोटो कापी स्पष्ट नहीं होने पर उसने उनसे दूसरी कॉपी करने के लिए कहा लेकिन उन्होंने इंनकार कर दिया था।
इसके बाद वह बिना पैसे दिये वहां से जा रहा था तभी सतीश से कहासुनी हो गई। उन्होंने गाली-गलौज की थी। इसी का बदला लेने के लिए उसने अपने दोस्त महावीर के साथ मिलकर एक योजना के तहत 25 अक्टूबर को मौका पाकर दुकान में घुसकर उसकी हत्या कर दी थी। उन्होंने बताया दोनों हत्यारोपियो के खिलाफ चेतगंज थाने में गैंगेस्टर समेत कई मामले दर्ज हैं।