बारामूला। जम्मू-कश्मीर के बारामूला संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार मंगलवार को समाप्त हो गया और इस सीट के लिए मतदान पहले चरण में 11 अप्रैल को होगा। इस क्षेत्र के दर्जनों गांव नियंत्रण रेखा के पांच किलोमीटर के दायरे में आते हैं जिसे देखते हुये अधिकारियों ने सीमा पार से संघर्ष विराम का उल्लंघन होने पर मतदान केंद्रों को स्थानांतरित करने की ‘प्लान बी’ योजना भी बनाई है। इस क्षेत्र में आने वाले उरी सेक्टर में पिछले महीने पाकिस्तानी सेना के गोलाबारी में एक व्यक्त की मौत हो गई थी और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गये थे। वर्तमान में इस सीट पर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदववार मुजफ्फर हुसैन बेग का कब्जा है। तीन जिलों-कुपवाड़ा, बारामूला और बांदीपोरा में फैले इस निर्वाचन क्षेत्र से चार उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे हैं लेकिन मुख्य मुकाबला नेशनल कॉन्फ्रेंस , पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी , कांग्रेस, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और आईएएस अधिकारी से नेता बने शाह फैसल समर्थित उम्मीदवार शेख अब्दुल राशिद के बीच है।
भारतीय जनता पार्टी ने इस क्षेत्र में अपने उम्मीदवार उतारे हैं। पर इस क्षेत्र पर उसकी पकड़ मजबूत नहीं बतायी जा रही है। बारामूला संसदीय क्षेत्र के पीठासीन अधिकारी जी एन इटू ने यूनीवार्ता को बताया, ‘‘उत्तरी कश्मीर के तीन जिलों-कुपवाड़ा, बारामूला और बांदीपोरा के 15 विधानसभा क्षेत्रों में फैले हुये बारामूला संसदीय क्षेत्र में कुल 13,17,738 मतदाता हैं जिनमें 636059 महिलाएं हैं।’’ उन्होंने बताया कि चुनाव के लिए 1,387 स्थानों पर 1,749 मतदान केंद्र स्थापित किये गये हैं। डॉ इटू ने बताया कि कई मतदान केंद्र नियंत्रण रेखा के नजदीक हैं और ये पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी वाले क्षेत्र में आते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव आयोग से अनुमति ले ली गई है कि सीमा पार से गोलीबारी होने की स्थिति में इन मतदान केंद्रों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा।’’