नई दिल्ली। पिछले लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश में रायबरेली सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी रहे जाने माने वकील अजय अग्रवाल ने राज्य में लोकसभा के प्रत्याशियों के चयन में वैश्य समाज की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए पार्टी नेतृत्व को आगाह किया है कि इससे भाजपा को कई सीटों पर नुकसान उठाना पड़ सकता है। अग्रवाल ने भाजपा के पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को चिट्ठी लिखकर भाजपा द्वारा अब तक घोषित प्रत्याशियों के चयन में वैश्यों की उपेक्षा को लेकर अपने समाज का रोष जाहिर किया है।
अग्रवाल ने लिखा है कि राज्य में वैश्य समाज की हिस्सेदारी नौ फीसदी है जिनका असर 22 लोकसभा क्षेत्रों में सीधा है। वैश्य समाज ने अपना सहयोग देकर भाजपा को 73 सीटों तक पहुंचाया है। वैश्य समाज सभी को स्वीकार करता है और उसका किसी से विरोध नहीं है। उन्हें पिछले लोकसभा चुनाव में अपने प्रदर्शन का विवरण देते हुए लिखा है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी के खिलाफ उन्हें एक लाख 73 हजार से ज्यादा मत मिले जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित किसी स्टार प्रचारक ने उनके लिए प्रचार नहीं किया था। अग्रवाल के अनुसार भाजपा के रवैये से वैश्य समाज में रोष है और यदि इस पर सकारात्मक रवैया नहीं अपनाया गया तो पार्टी को इसका नुकसान हो सकता है।