नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर से मिले मिश्रित संकतों के बीच स्थानीय स्तर पर आईटी और टेक समूह में हुई जबरदस्त बिकवाली से बीएसई का सेंसेक्स 119.01 अंक लुढ़ककर 26,759.23 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 30 अंक उतरकर 8,43.80 अंक पर बंद हुआ। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत से वैश्विक बाजार में मची उथलपुथल से लाभ उठाकर मजबूती में रहने वाला डॉलर अब विश्व की छह प्रमुख प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में अपनी चमक खो रहा है
लेकिन चीन तथा मैक्सिको को लेकर ट्रंप द्वारा दिए गए से अधिकतर एशियाई बाजार दबाव में हैं।विश्लेषकों के अनुसार चीन का प्रशासन इस बात को लेकर चिंतित है कि ट्रंप चीन के साथ कारोबार को हतोत्साहित कर सकते है और इसी संशय की वजह से उसने युआन को मजबूती देने की कोशिशें तेज कर दी हैं
क्योंकि श्री ट्रंप के 20 जनवरी को सत्तासीन होने से पहले वह अपनी स्थिति मजबूत करना चाहता है। मैक्सिको के प्रति ट्रंप के सख्त रुख से वहां निर्माण संयंत्र लगाने वाली ऑटो कंपनियां दबाव में हैं, जिससे घरेलू शेयर बाजार में भी ऑटो समूह गिरावट लेकर बंद हुआ है। एशियाई बाजारों में शुरुआती तेजी से सेंसेक्स 51.45 अंक चढ़कर 26,929.69 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान यह 27,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 27,009.61 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर तक पहुंचा।
बाद में आईटी सूमह तथा टेक समूह में हुई बिकवाली के दबाव में यह 26,733.33 अंक के दिवस के निचले स्तर तक चला गया। बिकवाली का दबाव ऐसा रहा कि 20 में से मात्र तीन समूह तेजी में रहे। कारोबार समाप्ति पर यह गत दिवस की तुलना में 0.44 फीसदी की गिरावट लेकर 26,759.23 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी का ग्राफ भी सेंसेक्स की तरह रहा। निफ्टी 8.05 अंक चढ़कर 8,281.85 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान इसका दिवस का उच्चतम स्तर 8,306.85 अंक तथा निचला स्तर 8,233.25 अंक रहा।
अंत में यह गत दिवस की तुलना में 0.36 फीसदी गिरकर 8,243.80 अंक पर बंद हुआ। बड़ी कंपनियों की तुलना में मंझोली और छोटी कंपनियों में जमकर मुनाफावसूली हुई। बीएसई का मिडकैप 0.27 प्रतिशत यानी 33.91 अंक लुढ़ककर 12,321.72 अंक पर तथा स्मॉलकैप 0.43 प्रतिशत यानी 53.14 अंक फिसलकर 12,440.33 अंक पर पहुँच गया। बीएसई में कुल 2,893 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें 1,195 में तेजी तथा 1,537 में गिरावट रही। वहीं, 161 कंपनियों के शेयरों के भाव अपरिवर्तित रहे।