इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में आयोजित दक्षिण एशियाई देशों के लोकसभा अध्यक्षों का शिखर सम्मलेन के समापन अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि शिखर सम्मेलन में सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में बाधा उत्पन्न करने वाले महिला-पुरुष असमानता के मुद्दे पर विस्तारपूर्वक विचार किया गया। विचारण के बाद इस विचार से सभी सहमत हैं कि महिला-पुरुष समानता और महिला-पुरुष का
बेहतर संतुलन सतत विकास के लिए महत्वपूर्ण कारक सिद्ध हो सकता है। महाजन ने दो दिवसीय सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा विकास लक्ष्यों की प्राप्ति से दक्षिण एशिया में शान्ति और खुशहाली में बाधा उत्पन्न करने वाली समस्याओं का समाधान हो जाएगा। उन्होंने कहा सार्क देशों के पास भले ही विश्व का 4 प्रतिशत से भी कम भू-भाग है, लेकिन यहाँ विश्व की लगभग 25 प्रतिशत आबादी बसी हुई है। इस आबादी में युवाओं की बड़ी संख्या है
जो मानव संसाधन के रूप में हमारी कीमती पूँजी है। महाजन ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा अधिकाँश लोग अभी भी घोर गरीबी में जीवन बसर कर रहे हैं जो नीति निर्माताओं के लिए एक बड़ी चुनौती है। इस क्षेत्र के देशों की यह सामूहिक जिम्मेदारी है कि वे उन्हें प्रभावित करने वाली समस्याओं का हल खोजें। इस पृष्ठभूमि में उनका मत था कि दो दिनों के सत्रों में हुई चर्चाएं बहुत ही उल्लेखनीय और लाभप्रद रही।