भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने आज सोमवार को 2000 पन्नों की विवादित भोजशाला परिसर की वैज्ञानिक सर्वेक्षण रिपोर्ट मध्य प्रदेश हाई कोर्ट को सौंप दी है। यह रिपोर्ट केंद्र और राज्य सरकार को भी साझा की गई है। 3 महीने से भी अधिक समय तक चले सर्वे एएसआई को खुदाई में 37 देवी-देवताओं की मूर्तियां मिली हैं। दूसरी ओर हिंदू पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाते हुए मामले की तत्काल सुनवाई करने की मांग की गई है।
एएसआई ने धार भोजशाला के सर्वे की रिपोर्ट हाई कोर्ट इंदौर की खंडपीठ में पेश कर दी गई गई है। सर्वे रिपोर्ट में अलग-अलग तरह की जानकारी को कोर्ट के समक्ष रखा गया है जिस पर अगले हफ्ते 22 जुलाई को समक्ष सुनवाई होगी। भोजशाला में एएसआई की ओर से 98 दिन सर्वे किया गया था। भोजशाला का सच जानने के लिए कराई गई सर्वे रिपोर्ट पर अब सभी की निगाहें लगी हुई हैं। एएसआई ने अपने अभियान के दौरान 1700 से ज्यादा पुरावशेष को खुदाई से निकाला है।
इससे पहले हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ ने 11 मार्च को भोजशाला में 500 मीटर के दायरे में वैज्ञानिक सर्वे कराने का आदेश दिया था। सर्वे 22 मार्च से शुरू होकर 27 जून तक कुल 98 दिन तक कराया गया। सर्वे के दौरान खुदाई के साथ फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की कराई गई है।
पुरातत्व सर्वेक्षण के लिए एएसआई ने ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) और ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) की सहायता भी ली। एएसआई को पहले चार जुलाई को यह सर्वे रिपोर्ट हाई कोर्ट में पेश करनी थी। हालांकि समय पर यह रिपोर्ट तैयार नहीं हो सकी थी, इसलिए हाई कोर्ट ने एएसआई को 10 दिन का अतिरिक्त समय भी दिया। कोर्ट की ओर से दी गई मोहलत के बाद एएसआई को यह रिपोर्ट 14 जुलाई तक पेश करनी थी, जिसका समय कल रविवार को पूरा हो हया। कल रविवार होने की वहज से आज सोमवार को कोर्ट में पेश कर दिया गया।
एएसआई की टीम ने कोर्ट में जो सर्वे रिपोर्ट पेश की है, उसमें कई तरह के अवशेष मिले हैं और उसके बारे में विस्तृत जानकारी भी दी गई है। सर्वे के दौरान यहां पर वाग्देवी की खंडित मूर्ति खास है जिसे भोजशाला से लंदन ले जाई गई मूर्ति के समान ही बताया जा रहा है।
इसके अलावा सर्वे में भगवान श्रीकृष्ण, जटाधारी भोलनाथ, ब्रह्मा, हनुमान, शिव, वाग्देवी, गणेश, माता पार्वती, भैरवनाथ आदि देवी-देवताओं की मूर्तियां मिली हैं। साथ ही भोजशाला में जो खंबे मौजूद हैं वो कितने साल पुराने हैं और किन पत्थरों का उपयोग कर धार इसका निर्माण करवाया गया है इसका भी जिक्र इस रिपोर्ट में किया गया है।
दूसरी ओर, भोजशाला सर्वे मामले पर हिंदू पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट से जल्द सुनवाई की मांग की है जिस पर CJI जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हम इसे देखेंगे। हिंदू पक्ष की ओर से इस मामले मे मध्य प्रदेश HC की सुनवाई पर रोक के खिलाफ दाखिल याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग की है।