भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने समूचे प्रशासन को बाढ़ से तत्परता से निपटने के लिये निर्देशित किया है। कांग्रेस कार्यालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अभय दुबे ने आज जारी एक बयान में बताया कि जल संसाधन विभाग भी दिन रात अपने बाँधों के जल स्तर की निगरानी कर रहा है तथा समूचे मध्यप्रदेश का प्रशासन हर बाढ़ प्रभावित व्यक्ति के पास पहुँच कर उसे यथासंभव मदद पहुँचा रहा है। उन्होंने कहा कि मंदसौर में औसतन 32 इंच बारिश होती है मगर इस वर्ष 77.44 इंच वर्षा हुई है जो मंदसौर के इतिहास में सर्वाधिक है। इसके पहले 1944 में मंदसौर में अधिकतम 62 इंच वर्षा दर्ज की गई थी।
यहां पिछले 48 घंटों में 117 गाँवों के पंद्रह हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है और एनडीआरएफ की मदद से गोताखोरों और नाविकों ने 100लोगों की जान बचाई है तथा पिछले 48 घंटों से मंदसौर कलेक्टर एवं एस पी दिन रात जाग कर नागरिकों को राहत पहुँचा रहे हैं। इसी प्रकार आगर और नीमच भी बाढ़ से अधिक प्रभावित हुए हैं। वहाँ भी राहत पहुँचाई जा रही है। ‘राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा मोचन निधि के माध्यम से राहत पहुँचाई जा रही है। राज्य सरकार के पास प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए 1000 करोड़ रुपये का प्रावधान है। साथ ही बाढ़ से हुए किसानों की फसलों और नागरिकों के जानमाल के नुकसान का सर्वे का कार्य भी जारी है।