भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने आज नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह से अपेक्षा जताई कि उनके रहते भोपाल का मास्टर प्लान लागू हो जाए। प्रश्नकाल के दौरान भारतीय जनता पार्टी विधायक रामेश्वर शर्मा ने सरकार से जानना चाहा कि भोपाल के मास्टर प्लान के तहत कितनी सड़कों का निर्माण शेष है। मंत्री सिंह ने बताया कि भोपाल का आखिरी मास्टर प्लान 1995 में बना था। वर्ष 2005 और 2015 में तत्कालीन सरकारों द्वारा मास्टर प्लान पर ध्यान नहीं दिया गया। सरकार इस साल के अंत तक ही नया मास्टर प्लान प्रस्तुत करने का प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण सतत् प्रक्रिया है, जिसकी समयसीमा बताना संभव नहीं है। इस पर मूल प्रश्नकर्ता विधायक श्री शर्मा ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने पहले सड़क को मास्टर प्लान के हिसाब से चिन्हित किया और बाद में उसे वन भूमि के तहत बता दिया।
उन्होंने कहा कि 34 सड़कों का तो अब तक सर्वे कार्य भी नहीं शुरु हुआ। साथ ही उन्होंने सरकार से पूछा कि भोपाल के बड़े तालाब को कैसे चिन्हित किया जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि मास्टर प्लान की सड़कों के लिए कोई न कोई एजेंसी पाबंद हो जो खासतौर से मास्टर प्लान की ही सड़कों को बनाने का काम देखें सिंह कहा कि प्रश्नकर्ता विधायक के विधानसभा क्षेत्र के 17 गांव प्लांनिंग येरिया में जुड़ चुके हैं। जहां तक भोपाल के तालाब का कैचमेंट एरिया है, वहां तक पूरा मास्टर प्लान संयुक्त रूप में बनाया जायेगा।इस पर अध्यक्ष प्रजापति ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि एक सक्षम होनहार मंत्री इस विभाग को संभाल रहे हैं। भोपाल का भला होगा कि मास्टर प्लान उनके (मंत्री के) रहते हुए लागू हो जाये।