मुंबई। जेट एयरवेज के खिलाफ भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व में 26 बैंकरों के संघ द्वारा दायर याचिका पर राष्ट्रीय कंपनी लॉ अधिकरण (एनसीएलटी) की खंडपीठ में 20 जून से सुनवाई शुरू होगी। जेट एयरवेज पर बैंकों का करीब 8500 करोड़ रुपये बकाया है जबकि जहाजों का किराया और दूसरे वेंडर्स का करीब 10,000 करोड़ रुपये अदा किया जाना बाकी है। कर्मचारियों ने कहा है कि उनका करीब 3000 करोड़ रुपये का दावा बनता है। पायलटों और अभियंताओं ने भी इस मामले में उन्हें पार्टी बनाने की बुधवार को मांग रखी थी।