महाराष्ट्र में काफी लंबे समय से आरक्षण की मांग चल रही है। इस बात से तो आप भी वाकिफ होंगे। इस मांग को लेकर मनोज जरांगे पिछले साल से इसकी अगुवाई कर रहे हैं। अब इसी मांग को लेकर मनोज जरांगे एक बार फिर से एक्टिव हो गए हैं और आंदोलन शुरू करने के लिए हुंकार भर दी है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए आंदोलन से जुड़ी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि आंदोलन को लेकर अभी क्या स्थिति बनी हुई है। इतना ही नहीं मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने मुंडे बहन-भाई को भी चेतावनी दी है।
मराठा आंदोलन के संबंध में एक बैठक करने का फैसला लिया गया था। 8 जून को बीड के नारायणगढ़ में यह बैठक होने वाली थी। मगर कुछ दिक्कतों के कारण इस बैठक को स्थगित कर दी गई है। इस बैठक की तारीख के साथ ही एक तारीख आंदोलन की भी तय की गई थी। मनोज जरांगे ने बताया था कि 4 जून से मराठा आंदोलन एक बार फिर से शुरू होगी। इस तिथि को उन्होंने इसलिए तय किया था क्योंकि इस दिन लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने वाले हैं। अब चूंकि 8 जून को होने वाली बैठक स्थगित हो गई है तो मनोज जरांगे ने आंदोलन को और जल्द शुरू करने का फैसला लिया है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि आंदोलन की तय तिथि तो नहीं बताई मगर उन्होंने कहा कि अब वे 4 जून से भी पहले इस आंदोलन को शुरू करेंगे।
आंदोलन के शुरू होने से पहले बीड के केज तालुका के नंदुर घाट पर पथराव की एक घटना हो गई। इस घटना में मराठा समुदाय का एक सदस्य घायल हो गया जिससे मिलने के लिए मनोज जरांगे बीड के जिला अस्पताल पहुंचे। इसी दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा, 'नेताओं को मराठा वोट तो चाहिए लेकिन मराठा समाज का समर्थन नहीं करना है। अब मुझे धमकियां मिल रही हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि मुझे देखते ही जान से मार देंगे। इतना ही नहीं यह भी कहा जा रहा है कि मुझे बीड में पैर नहीं रखने दिया जाएगा। मगर मुंडे बहन-भाई को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि मुझे भले ही बीड में आने की अनुमति नहीं मिलेगी मगर वो महाराष्ट्र में घूमना चाहते हैं, मैं उन्हें घूमने नहीं दूंगा।' उन्होंने आगे कहा कि, मेरी यह लड़ाई मेरे समुदाय के भाईयों के लिए है। मैं इसके लिए बलिदान देने के लिए भी तैयार हूं।