मलोट। पंजाब के चाई एवं जल संसाधन मंत्री सिंसुखंबिदर सिंह सरकारिया ने कहा है कि राज्य के सभी किसानों की जरूरत के अनुसार सिंचाई के लिए पानी मुहैया कराने के लिए सरंहिद तथा इंदिरा गांधी फीडर का निर्माण अगले तीन साल में होगा । सिंचाई मंत्री ने आज यहां कहा कि टेलों तक पूरा पानी पहुंचाने के लिए सरकार नहरों के निर्माण तथा मरम्मत पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सरंहिद फीडर नहर के बीस किलोमीटर हिस्से को 90 करोड़ रूपए की लागत से बनाया जा रहा है।
इससे इस नहर में पानी की क्षमता बढ़ेगी तथा किसानों को सिंचाई के लिए पूरा पानी मिलेगा। गांव खुड्डियां से लोहगढ़ हैड तक इस नहर के दोबारा निर्माण का काम युद्ध स्तर पर जारी है। सरकारिया ने बताया कि सरंहिद फीडर व इन्दिरा गांधी फीडर के दोबारा निर्माण का काम फिर से शुरू किया गया है जिसके निर्माण पर दो हजार करोड़ रूपए की लागत आयेगी। इसकी शुरूआत सरंहिद फीडर नहर के 20 किलोमीटर हिस्से से हो रहे निर्माण के साथ हो गई है जबकि इन्दिरा गांधी फीडर का 30 किलोमीटर हिस्सा व सरंहिद फीडर का ओर 10 किलोमीटर का हिस्सा अप्रैल 2020 में बनाया जाएगा। इन दोनों नहरों के 100 किलोमीटर हिस्से को तीन साल में निर्माण किया जाना है।
मंत्री ने बताया कि नहरों का निर्माण अति नवीनतम तकनीक से हो रहा है ओर इन नहरों की मियाद सौ वर्ष होगी ओर इससे पानी की सीपेज कम होगी जिससे राज्य के दक्षिणी पश्चिमी जिलों में सेम की समस्या कम होगी वहीं किसानों को सिचाई के लिए पूरा पानी मिल सकेगा। जिस सौ किलोमीटर हिस्से की रीलाईंनिग होनी है उसमें 64 पुलों को भी ऊंचा कर बनाया जाएगा। यह सारे पुल सिगल सपैन होंगे जिससे पुलों के नीचे केली फसने की समस्या का भी हल होगा। इस पुलियों में छह रेल लाईनों के पुल भी शामिल हैं।
इस अवसर पर किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने सरकारिया से मुलाकात की और लिफ्ट पंपों के साथ सिंचाई करने वाले किसानों की मुश्किलें भी बताईं । सरकारियां ने किसानों को विश्वास दिलाया कि सरकार किसानों को खेतों के अंतिम छोर तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने के लिए वचनबद्ध है। किसानों को सिंचाई के लिए पानी की कमी नहीं आने दी जाएगी। इस अवसर पर प्रमुख सचिव सिचाई विभाग सरबजीत सिंह, डीसी एम.के. अरांविद कुमार, एसडीएम गोपाल सिंह, चीफ इंजीनियर जगमोहन सिंह मान, निगरान इंजीनियर लाभ सिंह चहल, कार्याकारी इंजीनियर मुखत्यार सिंह राना उपस्थित थे।