नई दिल्ली। श्रीलंका के खिलाफ भारत की टीम घोषित होने के साथ ही एक दिग्गज खिलाड़ी के करियर पर सवाल खड़े हो गए हैं। कपिल देव के बाद एकमात्र खिलाड़ी, जिसने भारत के लिए 500 से ज्यादा विकेट लिए और 5000 से ज्यादा रन बनाए हैं। नाम है रवींद्र जडेजा। ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने वर्ल्ड कप जीतने के बाद टी20I फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था, जबकि श्रीलंका के खिलाफ घोषित वनडे टीम में उन्हें जगह नहीं दी गई है।
रवींद्र जडेजा अकेला बड़ा नाम नहीं है, जो भारत की वनडे टीम से गायब है। और भी नाम हैं, लेकिन उनके बाहर रहने की वजह बताई गई है। जसप्रीत बुमराह को रेस्ट दिया गया है। हार्दिक पंड्या ने रेस्ट मांगा है। मोहम्मद शमी चोटिल हैं। एक्टिव खिलाड़ियों में अब दो बड़े नाम ही ऐसे बचते हैं, जिनके चयन ना होने पर सवाल हैं। पहला रवींद्र जडेजा और दूसरा रविचंद्रन अश्विन।
सितंबर में 38 साल के होने जा रहे अश्विन के बारे में सबको पता है कि उम्र और फिटनेस के चलते उन्हें वनडे और टी20 टीम से लगभग बाहर मान लिया गया है। लेकिन 35 साल के जडेजा के बारे में ऐसा नहीं है। वे फिटनेस में किसी भी युवा को मात देते हैं। और फिर 29 जून को जिन तीन खिलाड़ियों ने टी20 फॉर्मेट को अलविदा कहा था, उनमें से 2 को वनडे टीम में शामिल किया गया है। ये दोनों खिलाड़ी (विराट कोहली और रोहित शर्मा) ऑलराउंडर जडेजा से उम्र में भी ज्यादा हैं। जडेजा के रेस्ट मांगने या दिए जाने की भी कोई खबर नहीं है।
यह शीशे की तरह साफ है कि बीसीसीआई ने श्रीलंका दौरे पर उपलब्ध खिलाड़ियों में से बेस्ट टीम चुनी है। लेकिन अगर इस बेस्ट टीम में रवींद्र जडेजा शामिल नहीं हैं, तो उनके भविष्य को लेकर सवाल तो उठेंगे ही। अगर ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या के टीम में ना होने के बावजूद जडेजा 15 खिलाड़ियों में जगह नहीं बना रहे हैं तो उनके फैंस को चिंता होनी स्वाभाविक है। लेकिन लगता है कि भारतीय चयनकर्ताओं ने जडेजा के ऊपर अक्षर पटेल और वॉशिंगटन सुंदर को वरीयता देने का मन बन लिया है। अक्षर और सुंदर भारतीय वनडे टीम में चुने गए दो स्पिन ऑलराउंडर हैं। अक्षर ने टी20 वर्ल्ड कप में जडेजा से बेहतर प्रदर्शन किया था तो वॉशिंगटन सुंदर जिम्बाब्वे के खिलाफ प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे थे। सुंदर ऑफ स्पिनर हैं।
अगर अक्षर पटेल और वॉशिंगटन सुंदर प्लेइंग इलेवन में होते हैं तो भारत को ऑफ स्पिनर और बाएं हाथ के स्पिनर दोनों मिल जाते हैं। अगर अक्षर पटेल और रवींद्र जडेजा साथ खेलते हैं तो ये दोनों ही लेफ्ट आर्म स्पिनर हैं। ऐसे में भारत को ऑफ स्पिनर नहीं मिल पाता। लेकिन अगर जडेजा और सुंदर साथ हों तो ऑफ स्पिनर और बाएं हाथ के स्पिनर दोनों ही टीम में आ जाते हैं। साफ है कि अगर ऑफ स्पिनर और बाएं हाथ के स्पिनर दोनों ही प्लेइंग इलेवन में चाहिए तो सुंदर तो टीम में रहेंगे, जडेजा और अक्षर पटेल में से कोई एक ही खेलेगा। अब अक्षर पटेल के टीम में होने और जडेजा के बाहर किए जाने का संकेत तो यही है कि चयनकर्ता युवा ऑलराउंडर के साथ जाना चाहते हैं।
ऐसा नहीं है क रवींद्र जडेजा ने अपना आखिरी वनडे मैच खेल लिया है। संभव है कि उन्हें किसी सीरीज में वनडे टीम में भी शामिल किया जाए लेकिन कम से यह तो लगता है कि उन्हें 2027 वर्ल्ड कप के प्लान में नहीं देखा जा रहा है। जहां तक टेस्ट मैचों की बात है तो रवींद्र जडेजा की पोजीशन को कोई खतरा नहीं है। वे टेस्ट टीम में अपनी स्थिति बेहद मजबूत कर चुके हैं और निकट भविष्य में भी उनकी जगह को कोई खतरा नहीं दिखता।
रिकॉर्डबुक की बात करें तो रवींद्र जडेजा ने 72 टेस्ट, 197 वनडे और 74 टी20 मैच खेले हैं। उन्होंने टेस्ट मैचों में 3036 रन बनाए हैं और 294 विकेट झटके हैं। वनडे क्रिकेट में उनके नाम 2756 रन और 220 विकेट दर्ज हैं। जडेजा ने टी20 इंटरनेशनल मैचों में 515 रन बनाए हैं और 54 विकेट लिए हैं।