कोलंबो। रोहित शर्मा को जब वनडाउन से पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया तो इस फैसले की कड़ी आलोचना हुई लेकिन दायें हाथ के इस बल्लेबाज ने सोमवार को यहां कहा कि टीम में किसी भी खिलाड़ी की कोई खास बल्लेबाजी पोजीशन तय नहीं है। रोहित ने टेस्ट सीरीज में कप्तान विराट कोहली के बाद सर्वाधिक रन (202) रन बनाए। उन्होंने सोमवार को सीरीज में अपना दूसरा अर्धशतक जमाया।
तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन के खेल के बाद रोहित से उनके पसंदीदा बल्लेबाजी स्थान के बारे में पूछा गया, उन्होंने कहा, यदि आप किसी से पूछोगे तो वह यह नहीं कहेगा कि यह मेरा बल्लेबाजी स्थान है। कहीं यह नहीं लिखा है कि नंबर चार फलां खिलाड़ी और नंबर तीन अमुक व्यक्ति के नाम पर है। एक बल्लेबाज होने के नाते आप जितना संभव हो उपरी क्रम में आना चाहते हो ताकि आपको अधिक अवसर, कुछ अधिक गेंदें मिलें और आप बड़ा स्कोर बना पाओ।
उन्होंने कहा, लेकिन टीम प्रबंधन को लगा कि मुझे नंबर पांच पर बल्लेबाजी करनी चाहिए और उन्होंने मुझसे बात की और जैसा वे चाहते थे मैं उससे सहमत था। मैं अपनी प्राथमिकता नहीं रख सकता। यह टीम से जुड़ा खेल है और आपको वही करना होता है जो टीम आपसे चाहती है।
रोहित ने स्वीकार किया कि इस टेस्ट सीरीज में सभी विकेट अलग-अलग नेचर के थे। उन्होंने कहा, जब हमने गॉल में शुरूआत की तो यह सीरीज पूरी तरह से भिन्न थी। वहां का विकेट पूरी तरह भिन्न था। इसके बाद पी सारा में विकेट भिन्न था और यहां एसएससी में भी विकेट अलग तरह का है। जब आप अलग-अलग पोजीशन पर खेलते हो तो आपकी मानसिकता भी बदलती है।
चेतेश्वर पुजारा ने तीसरे मैच में अपने करियर को बदलने वाला शतक जमाया और अब रोहित पर दबाव आ गया है। इस बारे में उन्होंने कहा, दबाव मुझ पर नहीं प्रबंधन और कप्तान पर होगा जिन्हें प्लेइंग इलेवन का चयन करना है। मुझे जब भी मौका मिलेगा तब अपना खेल खेलना है।
रोहित कल पुल शॉट खेलकर आउट हुए लेकिन उन्होंने कहा कि वह शॉर्ट पिच गेंदों पर यह शॉट खेलना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, यदि आपने पहली सुबह देखा होगा तो मैंने नुवान प्रदीप पर इसी तरह का शॉट खेला था और मुझे चार रन मिले थे। यह मेरा शॉट है और मैं इसे हमेशा खेलता हूं। मैं अपने शॉट खेलने से नहीं हिचकिचाता।