राहु ग्रह के बारे में कहा गया है कि यह नीले रंग का है और इनका रत्न गोमेद है। राहु के विंशोतरी दशा 18 साल की होती है। यही नहीं अगर राहु किसी की कुंड़ली में तीसरे, छठे, दसवें और ग्यारहवें भाव में हो तो यह अच्छा फल भी देता है।
शुक्र, बुध और शनि ग्रह राहु के मित्र ग्रह हैं। जिन लोगों की कुड़ली में राहु की स्थिति खराब होती है उनके घर में पानी एकत्र रहता है। यही नहीं ऐसे लोगों के घर में पौधे भी नहीं फलते और उन्हें नौकरी, व्यापार में भी भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
आइए जानें राहु के शांत होने के 6 उपाय:
राहु बनाता है जीरो से हीरो, राहु की ये बातें जानकर हैरान रह जाएंगे आप अमावस्या के दिन मंदिर में रोज चार नारियल दान करें और रोज अशोक के पत्ते और चंदन के परफ्यूम को पानी में मिलाकर नहाएं।
राहु को शांत करने के लिए देर रात को खाना न खाएं। सूर्य के अस्त होने के एक घंटे बाद भोजन करना अच्छा होता है।
राहु की महादशा हो तो बाजार से मछलियां खरीदकर लाएं और उन्हें तालाब में छोड़ दें।
लोगों को पानी पिलाएं और नारियल का दान करें। इसके अलावा मछलियों को पालने से भी राहु ग्रह शांत होता है।
अगर कुंड़ली में राहु की महादशा हो तो किसी को भी एल्कोहल और कोई दूसरा टॉक्सिक चीज न दें।
रोज सुबह उठकर माला से राहु के मंत्र का जाप करना चाहिए। इस बात का ध्यान रखें कि राहु के मंत्र के जाप जोर-जोर से और साफ उच्चारण में करें।