17 जुलाई से सावन का महीने लगने वाला वाला है। सावन के आते ही मानो ऐसा लगता है। जैसे पूरी पृथ्वी हरे रंग की चादर ओढ़े खड़ी हैं। इतना ही नहीं इस मौसम में शिव की भक्ति भी काफी ज्यादा होती है। सावन ही एक ऐसा महीना होता है। जब सभी देवी देवता एक साथ पृथ्वी पर आते हैं। इतना ही नहीं इस पूरे महीने में शिवलिंग पर जल चढ़ाने से मन को शांति मिलती हैं। सावन में शिव पूजा करना, कावड़ रुद्राभिषेक करना साथ ही शिव नाम का कीर्तन करना काफी ज्यादा शुभ माना गया है।
सावन के महीने का हर एक दिन नहीं बल्कि हर घड़ी शुभ होती है। इसके महत्व को समझते हुए माता सती ने जब दूसरे जन्म में पर्वतराज हिमालय की पुत्री के रूप में जन्म लिया था। तो उन्होंने दुबारा जन्म लेने के बाद भी रूप में शिवजी को ही माँगा। जिसके लिए उन्होंने पुरे सावन के महीने व्रत किये। और दुबारा से शिव जी को ही अपने वर प्राप्त किया। इसलिए कहा जाता है इस महीने कुंवारी लड़कियों द्वारा व्रत करने से उनको मनचाहा वर मिलता है।
सावन के महीने में शिवलिंग की पूजा करने से जन्म कुंडली के निशान हो जाते हैं। कहा जाता है कि ऐसा करके मानसिक शांति मिलती है। इतना ही नहीं ऐसा करने से स्वास्थ्य मित्रों आदि से अच्छे संबंध हो जाते हैं। आपको बता रहे हैं इस साल सावन का पहला दिन 17 जुलाई 2019 बुधवार को है। इस दिन सभी शादीशुदा महिलाओं को मां पार्वती को श्रंगार हेतु मेहंदी चढ़ाने चाहिए। आदमियों को पंचामृत दूध दही से स्नान कराकर बेलपत्र चंदन से राम लिखकर ओम नमः शिवाय कराल महाकाल ओम नमः शिवाय कहते हुए बेलपत्र को शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिए।
आपको बता देंगे मित्र से शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने से व्यापार और सामाजिक प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होती है। भांग अर्पित करने से सभी प्रकार की चिंताएं दूर हो जाती हैं। भगवान शिव पर शमी पत्र चढ़ाने से शनि की साढ़ेसाती मार्केट तथा अशुभ ग्रह गोचर से हानि नहीं होती है। इसीलिए सावन के महीने में शिवजी को जल अर्पण करना चाहिए।