चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी (आप) ने आज जानना चाहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ 2014 के लोक सभा चुनाव पूर्व किये वायदे पूरे करवाने के लिए दिल्ली जा रहे किसानों को पंजाब की कांग्रेस सरकार ने क्यों रोकने की कोशिश की।
आप की पंजाब इकाई के सह अध्यक्ष और विधायक अमन अरोड़ा ने यहां जारी प्रेस बयान में कहा कि हरियाणा समेत भारतीय जनता पार्टी की अन्य प्रदेश सरकारों द्वारा किसानों को रोकने के पीछे मोदी सरकार को बचाने की कोशिश समझ आती है, परंतु कैप्टन अमरिन्दर सिंह सरकार लोकतांत्रिक तरीके से केंद्र सरकार पर दबाव डालने जा रहे किसानों और किसान संगठनों को रास्ते में रोक कर क्यों परेशान कर रही है?
उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार का किसानों पर यह जबर-जुल्म समझ से दूर है। श्री अरोड़ा ने हरियाणा में भाजपा की मनोहर लाल खट्टर सरकार द्वारा दिल्ली जा रहे किसानों पर लाठीचार्ज करने और दर्जनों किसानों पर केस दर्ज करने की कार्यवाही की भी आलोचना की।
अरोड़ा ने कहा कि पंजाब समेत पूरे देश के किसानों और किसान संगठनों ने मोदी सरकार पर डा. स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करवाने और समूचे किसानी कर्जे माफ करवाने के लिए दबाव बनाने की खातिर 'दिल्ली कूच' का आह्वान किया गया था, परंतु पंजाब की कांग्रेस सरकार ने पंजाब में ही नाकाबंदी कर दिल्ली जा रहे किसानों को घेर लिया।
आप नेता ने आरोप लगाया कि सुनाम हलके की चीमा मंडी में भारतीय किसान यूनियन (सिद्धूपुर) के सैंकड़ों किसानों को अघोषित तौर पर हिरासत में ले लिया गया। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार के इसी रवैये के खिलाफ पिछले तीन दिनों से किसानों ने चीमा मंडी में ही पक्का मोर्चा लगा दिया।
अरोड़ा ने आरोप लगाया कि जिस तरह किसानों के साथ झूठे और गुमराह करने वाले वायदे कर केंद्र की सत्ता में आई भाजपा - शिरोमणि अकाली दल (शिअद) गठजोड़ सरकार ने किसानों के साथ द्रोह कमाया था, उसी तरह कांग्रेस सरकार ने पंजाब के किसानों और खेत मजदूरों के साथ वायदा -खिलाफी की है। उन्होंने भाजपा और शिअदल को एक ही थैली के चट्टे-बट्टे करार देते हुए पंजाब भर के किसानों, खेत मजदूरों और आम लोगों से आगामी लोक सभा चुनाव में इन्हें सबक सिखाने का आह्वान किया।