जयपुर। राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के हंगामे और वॉकआउट के बाद सदन की कार्रवाई मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। जिस विवादित बिल को लेकर राजस्थान में हंगामा मचा हुआ है, उसे गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने अन्य पांच बिलों के साथ सदन के पटल पर रखा। इसके बाद सदन में गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि बिल को सदन में इसलिए ही तो रखा गया है, जिससे कि उसकी खामियां व कमियां दूर की जा सकें। विपक्षा बहस करेगा, तो बेहतर सुझावों को शामिल किया जा सकता है।
वहीं विपक्षी सदस्यों का कहना था कि सरकार यह बिल भ्रष्ट अधिकारियों, विधायक, सांसद और मंत्रियों सहित जजों को बचाने के लिए ला रही है। गौरतलब है लोकसेवकों को बचाने के लिए लाए जाने वाले बिल को लेकर राजस्थान सरकार को चौतरफा आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। विपक्ष के जोरदार विरोध और सोशल मीडिया पर भी विरोध झेल रही सरकार किसी भी प्रकार से पीछे हटने के मूड में नहीं दिखी।वहीं विपक्षी कांग्रेस ने आज सुबह विधानसभा सत्र प्रारंभ होने से पूर्व ही जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं कांग्रेस विधायक सदन में काली पट्टी बांधकर पहुंचे। सत्र प्रारंभ होते संसदीय कार्य मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ और कांग्रेस विधायकों में जोरदार बहस हुई।