रतलाम। पुलिस ने एक शातिर वाहन चोर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपी के पास से और उसकी निशानदेही पर चोरी की दस मोटरसाइकलें बरामद की गई हैं। आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह फुटबॉल खिलाड़ी है और उसके पास गाड़ी नहीं होने से उसने पहली गाड़ी चुराई थी। इसके बाद से ही उसे गाड़ी चुराने की लत लग गई। आरोपी के खिलाफ पूर्व में भी शहर के थानों में वाहन चोरी के 15 मामले दर्ज हैं।
बुधवार को पुलिस नियंत्रण कक्ष पर एसपी अमित सिंह ने इस सफलता की जानकारी दी। कंट्रोलरुम पर आरोपी के सामने सीटीटीवी में रेकार्ड पर फुटेज भी दिखाया गया, जिसमें वह गाड़ी चोरी कर ले जा रहा है। एसपी ने बताया कि मोटरसाइकल चोरी की घटनाओं पर ध्यान देते हुए एक टीम का गठन किया गया था।
कॉलेज रोड से चोरी गई एक मोटरसाइकल के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दीनदयाल नगर पुलिस ने संदिग्ध शुभम पिता लालसिंह डामर को रात्रि गश्त के दौरान पकड़ा। उससे चोरी की मोटरसाइकल क्रमांक एमपी 43 एमएच 5932 भी बरामद की गई। आरोपी ने पूछताछ में रतलाम शहर से आठ, जावरा से एक और मंदसौर से एक दोपहिया वाहन चोरी करना कबूल किया।
कई लोगों को बेची चोरी की बाइक
गाड़ियों के सबंध में पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि उसने दो बाइक सैलाना के ग्राम नटवरपुरा निवासी कैलाश भाभर को बेच दी। कुआंझागर थाना शिवगढ़ निवासी प्रभु पिता कोदर को भी दो गाड़ी और ग्राम गुंदीनाका थाना रावटी निवासी कालू पिता भुरु को भी एक गाड़ी बेचना बताया। पुलिस ने आरोपी के शिवगढ़ स्थित घर से चोरी की चार मोटरसाइकल और कैलाश, प्रभु और कालू को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से पांच मोटरसाइकल बरामद की।
पूर्व में वाहन चोरी के 15 प्रकरण
एसपी अमित सिंह ने बताया कि आरोपी शुभम शातिर वाहन चोर है। पूर्व में वर्ष 2014 से से लेकर वर्ष 2015 में स्टेशन रोड और औद्योगिक क्षेत्र थाने में उसके खिलाफ वाहन चोरी के 15 मामले दर्ज हैं, जिनमें वह पकड़ा जा चुका है।
पिता शिक्षक हैं
आरोपी शुभम फुटबॉल खेलने का शौकीन है। उसने बताया वाहन चोरी करना उसने शौक में शुरू किया था। वह वाहन गिरवी रख रुपए भी ले लेता था। आरोपी के पिता शासकीय शिक्षक हैं। आरोपी ने बताया कि जिस गाड़ी में चाबी लग जाती थी, उसे वह चोरी कर लेता था।