मैसूरू। वोडेयार शाही परिवार के वंशज यदुवीर कृष्णदत्त चामराजा सोमवार को शाही धूमधाम से मशहूर अंबा विलास पैलेस में आयोजित पारंपरिक समारोह में त्रिशिका कुमारी सिंह के साथ विवाह बंधन में बंध गए।
महल के ‘कल्याण मंडप’ में कई पुजारियों ने लगभग 1000 मेहमानों की मौजूदगी में इस विवाह को संपन्न करवाया। त्रिशिका राजस्थान स्थित डूंगरपुर के शाही परिवार से हैं और हर्षवर्धन सिंह एवं महश्री कुमारी की बेटी हैं।
विवाह से जुड़े अनुष्ठान शनिवार से जारी हैं। इसकी शुरूआत यदुवीर द्वारा ‘राजगुरू’ ब्रहमतंत्र परकला मठ के रिषी अभिनव वगीषा ब्रहमतंत्र स्वतंत्र स्वामी की ‘पद पूजा’ से हुई।
बोस्टन से पढ़ कर आए 24 वर्षीय यदुवीर वोडेयार राजवंश के 27वें ‘राजा’ हैं। वह आज सुबह त्रिशिका के साथ शुभ लग्न में विवाह बंधन में बंधे।
वैवाहिक रस्में आज शुरू हुई। दूल्हे ने ‘गणपति पूजा’ जबकि त्रिशिका ने ‘गौरी पूजा’ की। बाद में, ‘कन्यादान’, वरमाला का आदान-प्रदान, वैवाहिक गठबंधन और सात फेरे की रस्में अदा की गई।
पिछले साल 28 मई को यदुवीर मैसूरू की ताजपोशी शाही परिवार के प्रमुख के तौर पर की गई थी। इसके बाद दशहरे के दौरान वह ‘खास दरबार’ की अध्यक्षता करने के लिए स्वर्ण सिंहासन पर आसीन हुए। यह बीते जमाने की याद दिलाता है।
शादी समारोह में पहुंचे कई राजनेता
शाही शादी में शीर्ष राजनेता, मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी, विभिन्न देशों के वाणिज्य दूतावासों से राजनयिक, देशभर के प्राचीन शाही परिवारों के सदस्य इस समारोह में बुलाए गए थे।
कल रिसेप्शन, मोदी को भी न्योता
मंगलवार को दरबार हॉल में शाम साढ़े सात बजे से आशीर्वाद समारोह होगा। बताया जा रहा है कि इस जोड़े को आशीर्वाद देने के लिए 2000 गेस्ट आने वाले हैं। मोदी भी आ सकते हैं।
राजघराने में 400 साल से नहीं हुआ बेटा
बता दें कि इस राजघराने में पिछले 400 साल से राजा-रानी को बेटा नहीं हुआ है। यदुवीर को भी महारानी ने गोद लिया था जिसके बाद पिछले साल उनका राजतिलक हुआ था।