लंदन। भारत की पैरालिंपिक तैराक कंचनमाला पांडे को सरकारी तंत्र की लापरवाही के कारण बर्लिन में भीख मांगने के लिए मजबूर होना पड़ा। हालांकि ऐसी परिस्थितियों का सामना करने के बाद भी ने हार नहीं मानी और देश का गौरव बढ़ाते हुए पदक जीते। सरकारी महकमे की गलती से अनुदान की राशि उन तक नहीं पहुंच पाई। इस संबंध में केंद्रीय खेल मंत्री ने कहा पांडे की भीख मांगने के मामले की जांच की जाएगी।
फंड्स की कमी...
कंचन ने बताया, इस समय हम वर्ल्ड चैम्पियनशिप में हिस्सा लेने के लिए लंदन में हैं और यहां भी हमें फंड्स की कमी से जूझना पड़ रहा है। स्पोर्ट्स अथॉरिटी आॅफ इंडिया की तरफ से सिर्फ 33.16 लाख रुपए दिए गए हैं, जबकि आयोजक हमसे 66.32 लाख रुपए देने की बात कह रहे हैं।