लुसाने। विश्व की सबसे बड़ी खेल अदालत कोर्ट फॉर आर्बिट्रेशन आॅफ स्पोर्ट (केस) ने मंगलवार को पैरालिंपिक खेलों में हिस्सा लेने पर लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ दायर रूस पैरालिंपिक समिति (आरपीसी) की याचिका खारिज कर दी है। केस के इस फैसले के बाद अब रूस 1988 के बाद पहली बार ग्रीष्मकालीन पैरालिंपिक खेलों में नजर नहीं आएगा।
रियो डी जेनेरियो में 7 सितंबर से ग्रीष्मकालीन पैरालिंपिक खेलों का आयोजन शुरू होगा। अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) ने सरकार प्रायोजित डोपिंग के व्यापक मामलों को देखते हुए रूस पर रियो पैरालिंपिक में हिस्सा लेने पर प्रतिबंध लगा दिया था। केस ने कहा कि रूस की याचिका खारिज कर दी और आईओसी की गवर्निग काउंसिल के फैसले को कायम रखा।