रियो डी जेनेरियो। डोप स्केंडल से भले ही उत्साह में कुछ कमी आई हो, लेकिन खेलों के महासमर में भारत के सबसे बड़े दल की नजरें शुक्रवार से उद्घाटन समारोह के साथ शुरू हो रहे रियो ओलिंपिक में पदकों की संख्या में इजाफा कर ऐतिहासिक प्रदर्शन पर होंगी। भारत का 118 सदस्यीय दल यहां पहुंचा है, जो पदकों की संख्या दोहरे अंकों तक पहुंचाने की फिराक में होगा। फर्राटा धावक धरमवीर सिंह और शॉटपुट खिलाड़ी इंदरजीत सिंह को डोप टेस्ट में नाकाम रहने के बाद भारत में ही रूकने के लिए कहा गया है।
भारतीयों से करोड़ों उम्मीदें
पहलवान नरसिंह यादव को जब से दोहरे ओलिंपिक पदक विजेता सुशील कुमार पर तरजीह देकर चुना गया, विवाद खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहे थे। वह डोप टेस्ट में नाकाम रहा, लेकिन बाद में नाडा को उनकी दलील पर यकीन हो गया कि उनके खिलाफ साजिश की गई है। ओलिंपिक से पहले तमाम विवादों के बावजूद भारतीय खिलाड़ियों के बेहतर प्रदर्शन से इनकार नहीं किया जा सकता, जिन्होंने पदक की उम्मीद बढ़ाई है।
जीतू राय पदक की आस
शनिवार को प्रतिस्पर्धा के पहले दिन भारत को आर्मी मार्कमैनशिप यूनिट महू के निशानेबाज जीतू राय से पदक की उम्मीद होगी, जो जबर्दस्त फॉर्म में चल रहे हैं। जीतू आईएसएसएफ विश्व कप में 50 मीटर एयर पिस्टल चैंपियन हैं। फिलहाल 50 मीटर पिस्टल और 10 मीटर एयर पिस्टल की विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर काबिज जीतू ने विश्व कप में दो स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य पदक जीता है।
बिंद्रा का अंतिम ओलिंपिक
अपना 5वां और आखिरी ओलिंपिक खेल रहे अभिनव बिंद्रा शुक्रवार को उद्घाटन समारोह में भारत के ध्वजवाहक होंगे। उनका इरादा निशानेबाजी से बेहतरीन प्रदर्शन के साथ विदा लेने का होगा। लंदन ओलिंपिक के कांस्य पदक विजेता गगन नारंग भी तीन स्पर्धाओं में भाग लेंगे, जिनका यह चौथा ओलिंपिक है। हीना सिद्धू, अयोनिका पाल और अपूर्वी चंदेला महिला वर्ग में दावेदारी पेश करेंगी।
नरसिंह यादव पर दांव
कुश्ती में भी भारत को पदक की उम्मीदें हैं। देखना होगा कि नरसिंह तमाम विवादों को भुलाकर 74 किलो फ्रीस्टाइल वर्ग में उम्दा प्रदर्शन कर पाते हैं या नहीं। लंदन ओलिंपिक के कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त (65 किलो) भी पदक उम्मीदों में से एक हैं। इस बार गीता फोगट, विनेश और बबीता कुमारी के अलावा साक्षी मलिक भी रिंग में उतरेंगी।
रियो एक नजर
206 देश 5 से 21 अगस्त तक टूर्नामेंट में लेंगे हिस्सा।
112 साल पहले ओलिंपिक में शामिल था गोल्फ।
11,000 खिलाड़ी और अधिकारी होंगे शामिल।
28 खेलों की 306 स्पर्धाएं।
60,000 थालियां ओलिंपिक विलेज में हर दिन परोसी जाएंगी।
78,000 लोग माराकाना स्टेडियम में बैठ सकते हैं।
05 लाख टूरिस्ट पहुंचेंगे।
4 पहली बार शरणार्थियों की टीम भी खेलेगी।
प्रदर्शन दोहराएंगी साइना नेहवाल
बैडमिंटन में साइना नेहवाल और पीवी सिंधु से पदक की उम्मीद होगी। साइना ने लंदन में एकल कांस्य जीता था। इस बार उन्हें स्पेन की कैरोलिना मारिन से पार पाना होगा।
दीपा पहली जिमनास्ट
जिमनास्टिक में 22 बरस की दीपा करमाकर ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। उसे पदक जीतने की पूरी उम्मीद है।
तीन मुक्केबाजों के पंच
मुक्केबाजी रिंग में तीन भारतीय नजर आएंगे। इनमें से शिवा थापा और विकास कृष्णन से पदक की उम्मीद होगी, जो विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुके हैं। मनोज कुमार भी छिपे रूस्तम साबित हो सकते हैं।
उद्घाटन में भाग नहीं लेंगे तीरंदाज
भारतीय तीरंदाजों की निगाहें पहले ओलिंपिक पदक जीतने पर लगी हैं और इसलिए वे रियो ओलिंपिक खेलों के उद्घाटन में हिस्सा नहीं लेंगे। 3 घंटे तक चलने वाले उद्घाटन समारोह भारतीय समयानुसार सुबह 4 बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा। भारतीय टीम की परेड 9 बजकर 37 मिनट पर शुरू होगी और उसे 29 सेकंड का समय दिया गया है।
पेस-बोपन्ना का पहला मुकाबला कुबोट- माटकोवस्की से
भारतीय टेनिस स्टार लिएंडर पेस और रोहन बोपन्ना पुरुष युगल के पहले दौर में पोलैंड के मार्सिन माटकोवस्की और लुकास कुबोट की जोड़ी से भिड़ेंगे। पेस और बोपन्ना की जोड़ी को विश्व में 15वीं रैंकिंग हासिल है। उन्होंने इस सत्र में केवल एक मैच मिलकर खेला है, लेकिन कुबोट और माटकोवस्की ने इस सत्र में काफी मैच एक साथ खेले हैं।
पेस ने 1996 अटलांटा ओलिंपिक में एकल में कांस्य पदक जीता था और एक और पदक जीतने का यह उनके पास आखिरी मौका होगा। महिला युगल में विश्व की नंबर एक खिलाड़ी सानिया मिर्जा और प्रार्थना थोंबारे को पहले दौर में पेंग शुहाई और शुआई च्यांग की चीनी जोड़ी से भिड़ना होगा। लिएंडर पेस रिकॉर्ड 7वां ओलिंपिक खेल रहे हैं और दूसरा पदक लेकर खेलों के महाकुंभ से विदा लेना चाहेंगे। मिश्रित युगल में बोपन्ना और सानिया मिर्जा पदक के दावेदार हैं।