शिलांग। भारतीय कम्पाउंड तीरंदाजों ने 12वें दक्षिण एशियाई खेलों में दांव पर लगे सभी पांच स्वर्ण के साथ दो रजत पदक जीतकर दबदबा कायम किया। कम्पाउंड वर्ग सैग खेलों में पहली बार शामिल हुआ है। भारतीय तीरंदाजों ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और पदक हासिल करने में वह शीर्ष पर रहा। बांग्लादेश दो रजत और दो कांस्य से दूसरे जबकि भूटान एक रजत और एक कांसे से तीसरे स्थान पर रहा।
भारतीय रिकर्व तीरंदाजों के पास भी पांच स्वर्ण और दो रजत पदक जीतने का मौका है और ओलंपिक वर्ग की स्पर्धा का फाइनल कल आयोजित होगा। सुबह के सत्र में पुर्वाशा शेंदे, ज्योति वेनाम और लिली चानू की कम्पाउंड तिकड़ी ने बांग्लादेश को 228 . 217 से पराजित कर भारत के लिये तीरंदाजी में खाता खोला।
पूर्वाशा ने स्वर्ण पदकों की हैट्रिक लगायी। वह व्यक्तिगत चैम्पियन भी रही। उन्होंने एशियाई खेलों में टीम स्पर्धा के स्वर्ण और व्यक्तिगत रजत पदकधारी अभिषेक वर्मा के साथ मिलकर मिश्रित युगल में तीसरा स्वर्ण जीता। टीम स्पर्धा में वर्मा ने परफेक्ट राउंड खेला, जिसमें उन्होंने संभावित 16 में से 15 परफेक्ट 10 हासिल किये। वर्मा व्यक्तिगत स्पर्धा के फाइनल में हमवतन रजत चौहान से दो अंक से हार गये।