नई दिल्ली। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद् ने रूपे डेबिट कार्ड, यूएसएसडी और भीम ऐप के माध्यम से भुगतान करने पर ग्राहकों को जीएसटी कर का 20 प्रतिशत कैशबैक के रूप में वापस करने की योजना बनायी है। परिषद् की आज यहाँ हुई बैठक के बाद वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने और औपचारिक अर्थव्यवस्था का दायरा विस्तृत करने के लिए रूपे डेबिट कार्ड, यूएसएसडी और भीम ऐप के माध्यम से भुगतान पर प्रति ट्रांजेक्शन जीएसटी का 20 प्रतिशत कैशबैक देने की योजना तैयार की गयी है। अभी यह योजना पायलट आधार पर सिर्फ उन्हीं राज्यों में लागू की जायेगी जो इसके लिए स्वेच्छा से तैयार होंगे।
इससे पहले इसके लिए सॉफ्टवेयर तैयार किया जायेगा और उसके बाद जो राज्य सामने आयेंगे वहाँ कैशबैक योजना लागू की जायेगी। गोयल ने बताया कि पायलट स्तर पर योजना सफल रहने के बाद जीएसटी परिषद् इसे पूरे देश में लागू करने पर विचार कर सकता है। उन्होंने कहा कि रूपे कार्डधारक और भीम ऐप इस्तेमाल करने वाले ज्यादातर ग्रामीण गरीब हैं और योजना से उन्हें औपचारिक अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनाने में मदद मिलेगी। कैशबैक की राशि हर सौ रुपये के अंतराल पर तय की जायेगी। इसका मतलब यह है कि 100 से 199 रुपये तक की कर की राशि पर एक समान कैश बैक मिलेगा जबकि 200 से 299 रुपये के लिए यह 20 रुपये ज्यादा होगा।
दिल्ली के वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि बैठक के दौरान कुछ राज्य कैशबैक योजना के पक्ष में थे जबकि कुछ इसके खिलाफ थे। मुख्य रूप से दिल्ली, पंजाब, पश्चिम बंगाल और केरल ने इसका विरोध किया था। सर्वसम्मति नहीं बन पाने के कारण परिषद् ने इसका पायलट करने का निर्णय लिया ताकि जो राज्य तैयार हैं, वहाँ यह देखा जा सके कि इससे डिजिटल भुगतान बढ़ाने में कितनी मदद मिलती है और जीएसटी संग्रह पर क्या असर पड़ता है।