न्यूयॉर्क। सहारा ग्रुप के मशहूर 'द प्लाजा होटल' को कतर सरकार ने 60 करोड़ डॉलर (4,100 करोड़ रुपए) में खरीद लिया है। इस होटल के 75% शेयर सहारा इंडिया परिवार के पास जबकि 25% न्यूयॉर्क की रिएल एस्टेट निवेशक फर्म अशकेनेजी एक्विजिशन कॉर्प और इसके पार्टनर सऊदी अरब के राजकुमार अल-वलीद बिन तलाल के पास थे।
111 साल पुराना द प्लाजा दुनिया का सबसे मशहूर और लग्जरी होटल है। इसकी खूबसूरती का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मोनालिसा से इसकी तुलना की थी। द प्लाजा की डील कतर सरकार के स्वामित्व वाले कतारा होल्डिंग के जरिए हुई है। कतारा होल्डिंग, कतर सरकार के लिए दुनियाभर में होटलों की खरीद-फरोख्त और उनका मैनेजमेंट संभालता है। कतर सरकार के पास लंदन में सेवॉय और कनॉट जैसे नामी होटल पहले से ही हैं।
द प्लाजा होटल के मालिक थे डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और होटल कारोबारी कॉनराड हिल्टन इसके मालिक थे लेकिन दिवालिया प्रक्रिया में ये उनके हाथ से निकल गई। द प्लाजा होटल 1907 में खुला था। ऐतिहासिक स्थलों के राष्ट्रीय रजिस्टर में दर्ज ये एकमात्र होटल है। सहारा ने 2012 में द प्लाजा में हिस्सेदारी खरीदी थी। उस वक्त होटल का वैल्यूएशन 575 मिलियन डॉलर (3,952 करोड़ रुपए) आंका गया।
सहारा ग्रुप कई सालों से इसे बेचने की कोशिश में जुटा था। पिछले साल ग्रुप ने होटल की नीलामी के लिए ब्रोकरेज फर्म जोन्स लेंग लासैल को नियुक्त किया था। द प्लाजा होटल को खरीदने के लिए पिछले साल करीब 50 प्राइवेट इक्विटी फर्म, अलग-अलग देशों की सरकारों और अन्य निवेशकों ने दिलचस्पी दिखाई थी। इसी साल अप्रैल में दुबई की व्हाइट सिटी वेंचर्स के फाउंडर शहल खान और न्यूयॉर्क बेस्ड हाकिम आॅर्गेनाइजेशन के कामरान हाकिम ने भी द प्लाजा होटल को खरीदने की कोशिश की थी।