मुंबई। अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में तेल आयातकों की डॉलर लिवाली से गुरुवार को रुपया 19 पैसे लुढ़ककर 67.12 रुपए प्रति डॉलर पर आ गया। गत दिवस भारतीय मुद्रा 22 पैसे की मजबूती के साथ 66.93 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुई थी। रुपए पर आरंभ से ही दबाव रहा। यह चार पैसे टूटकर 66.97 रुपए प्रति डॉलर पर खुला। बाजार में डॉलर की माँग बढ़ने से यह टूटता हुआ 67.14 रुपए प्रति डॉलर के दिवस के निचले स्तर तक उतर गया। कारोबार की समाप्ति पर रुपया बुधवार के मुकाबले 19 पैसे कमजोर रहा और 67.12 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इसका दिवस का उच्चतम स्तर 66.94 रुपये प्रति डॉलर रहा जो शुरुआती कारोबार में ही दर्ज किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चा तेल की कीमत में करीब एक प्रतिशत की तेजी से तेल आयातकों की डॉलर माँग बढ़ी जिससे रुपये पर दबाव रहा। हालाँकि, अन्य कारकों ने इसे ज्यादा नहीं टूटने दिया। दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर करीब 0.30 प्रतिशत लुढ़क गया। यह मुख्य रूप से यूरो के डॉलर की तुलना में दो सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुँचने के कारण हुआ। सेंसेक्स भी 284 अंक की बढ़त में बंद हुआ जिससे रुपये की गिरावट कुछ सीमित रही।