नई दिल्ली। ग्राहकों के बैंकिंग संबंधी जोखिमों से बचाव और अधिकारों के प्रति उन्हें जागरूक करने के लिए रिजर्व बैंक (आरबीआई) 04 से 08 जून तक देश भर में - विशेष कर वित्तीय रूप से पिछड़े एवं वंचित इलाकों में - वित्तीय साक्षरता सप्ताह का आयोजन करेगा जिसके तहत बैंकों की शाखाओं में कार्यशालाओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। आरबीआई के दिल्ली क्षेत्रीय कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि इस साल वित्तीय साक्षरता सप्ताह का थीम "ग्राहक संरक्षण" रखा गया है।
सप्ताह के दौरान बड़े पैमाने पर अभियान चलाकर ग्राहकों को चार विषयों के बारे में जानकारी दी जायेगी। इसमें फर्जी निवेश योजनाओं के झाँसे में न आने, बैंकिेंग संबंधी शिकायत के लिए बैंकिेंग लोकपाल' व्यवस्था के प्रयोग, सुरक्षित डिजिटल लेनदेन के लिए क्या करें, क्या न करें और अनधिकृत इलेक्ट्रॉनिक बैंकिेंग लेनदेन में ग्राहक तथा बैंकों की देयता
के बारे में बताया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि वित्तीय रूप से पिछड़े एवं वंचित इलाकों में सभी बैंकों की शाखाओं में कार्यशालाओं, शिविरों, प्रश्नोत्तरी तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिये गये हैं। इसके अलावा देश भर में सभी बैंकों से पोस्टरों के जरिये इन विषयों के बारे में जागरूकता फैलाने को कहा गया है। सभी एटीएम की स्क्रीनों पर भी ये पोस्टर डिस्प्ले किये जायेंगे। सभी पोस्टर स्थानीय भाषाओं में होंगे।