नई दिल्ली। इस साल करीब 20 फीसदी महंगा होने के बाद शुक्रवार को कच्चे तेल में लगातार गिरावट देखी जा रही है। शुक्रवार को 2.5 फीसदी टूटने के बाद सोमवार को क्रूड में फिर 1.49 फीसदी गिरावट रही है। क्रूड 76 का लेवल तोड़कर 75.30 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया है। डब्ल्यूटीआई क्रूड भी 66 डॉलर प्रति बैरल के स्तर तक आ गया है।
ओपेक देशों के बाद रूस द्वारा आगे प्रोडक्शन बढ़ाए जाने के संकेतों के बाद क्रूड में यह गिरावट देखी जा रही है। क्रूड गुरुवार को 78.79 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर बंद हुआ था, जिसके बाद से इसमें 3.49 डॉलर की गिरावट आ चुकी है। पिछले एक हफ्ते में क्रूड में करीब 7.5 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं, एमसीएक्स क्रूड 112 रुपए की गिरावट के साथ 4,485 रुपए पर कारोबार कर रहा है। यानी इसमें 2.44 फीसदी गिरावट है।
एक साल में कच्चा तेल 45 फीसदी महंगा : बता दें कि पिछले एक साल से कच्चे तेल में लगातार तेजी बनी हुई थी। पिछले एक साल में कच्चा तेल करीब 45 फीसदी महंगा हुआ वहीं इस साल गुरुवार तक करीब 20 फीसदी भाव बढ़े थे। वहीं जून 2017 के बाद से बात करें तो क्रूड गुरुवार तक 78 फीसदी तक महंगा हो चुका था। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के बीच भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी आसमान पर पहुंच गईं।
शुक्रवार को भी रुपए में आई थी मजबूती: शुक्रवार को रुपए में बड़ी रिकवरी दर्ज की गई थी। कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपया 56 पैसे की बढ़त के साथ 67.77 के स्तर पर बंद हुआ था। इससे पहले डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को 6 पैसे की बढ़त के साथ 68.28 के स्तर पर खुला था। वहीं गुरुवार को रुपया 8 पैसे मजबूत होकर प्रति डॉलर 68.34 के स्तर पर बंद हुआ था। रुपए की शुरूआत भी बढ़त के साथ हुई थी। डॉलर के मुकाबले रुपया 12 पैसे के सुधार के साथ गुरूवार को 68.30 के स्तर पर खुला था।
क्रूड में गिरावट से रुपए को मजबूती: एंजेल ब्रोकिंग के अनुज गुप्ता का कहना है कि क्रूड प्राइस में गिरावट से रुपए को मजबूती मिलती दिख रही है। इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड की कीमतों में भारी गिरावट आई है। ब्रेंट क्रूड 80 डॉलर प्रति बैरल से फिसलकर 75.30 डॉलर प्रति बैरल के पर आ गया है। क्रूड प्राइस में कमी से आॅयल एक्सपोर्टर्स द्वारा डॉलर की डिमांड कम होने से रुपए में तेजी आई है। सोमवार को रुपया बड़ी रिकवरी के साथ खुला। डॉलर के मुकाबले रुपया 25 पैसे की बढ़त के साथ 67.52 के स्तर पर खुला।