नई दिल्ली। लगातार दो साल परिचालन लाभ में गिरावट के बाद अगले वित्त वर्ष में फार्मा क्षेत्र में चमक लौटने की उम्मीद है और इसका परिचालन लाभ 20 से 22 प्रतिशत तथा राजस्व नौ से 11 प्रतिशत के बीच बढ़ने की उम्मीद है। बाजार सलाह एवं साख निर्धारक कंपनी क्रिसिल की आज जारी एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
कंपनी ने बताया कि वित्त वर्ष 2016-17 में फार्मा क्षेत्र का राजस्व पांच प्रतिशत बढ़ा था जबकि परिचालन लाभ में तीन फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी थी। आगामी 31 मार्च को समाप्त हो रहे चालू वित्त वर्ष में राजस्व वृद्धि चार प्रतिशत रहने का पूर्वानुमान है जबकि परिचालन लाभ 14 फीसदी घट सकता है।
उसने बताया कि अप्रैल से शुरू हो रहे वित्त वर्ष में बड़ी कंपनियों के लिए नियामक संबंधी चिंताओं में कमी और पिछले दो साल की तुलना में विकास के चरण में मौजूद महँगी दवाओं की संख्या में बढ़ोतरी से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि क्षेत्र के आंकड़ों में सुधार होगा। इस आधार पर उसने 2018-19 में राजस्व वृद्धि नौ से 11 प्रतिशत और परिचालन लाभ की वृद्धि 20 से 22 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान जाहिर किया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि फार्मा क्षेत्र के दुबारा पटरी पर लौटने में विदेशी बाजारों में मजबूत वृद्धि का सबसे बड़ा योगदान होगा, विशेषकर अमेरिका और यूरोपीय संघ जैसे नियामकीय नियंत्रण वाले बाजारों के साथ ही घरेलू बाजार की मजबूत वृद्धि दर बनी रहेगी। भारतीय फार्मा कंपनियों के कारोबार में निर्यात की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत है लेकिन उनके कर पूर्व मुनाफे में निर्यात का योगदान इससे भी ज्यादा है।