नई दिल्ली। अक्षय ऊर्जा की विश्व की सबसे बड़ी वित्त पोषक संस्था यूरोपीय निवेश बैंक (ईआईबी) ने नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के तहत आने वाली भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (इरेडा) को शनिवार को 15 करोड़ यूरो यानी लगभग 12 अरब रुपये का बिना सरकारी गारंटी वाला दीर्घकालिक ऋण दिया है। अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के शनिवार से यहां शुरू हुए स्थापना सम्मेलन से इतर एक कार्यक्रम में ईआईबी के प्रमुख वेरनेर होयर और इरेडा के प्रमुख एवं प्रबंध निदेशक कुलजीत सिंह पोपली ने यहां इस आशय के करार पर हस्ताक्षर किए। केंद्रीय ऊर्जा तथा नवीन एवं नवीकरणीय मंत्री आर.के. सिंह और भारत में यूरोपीय संघ के राजदूत टोमाज कोजलोवस्की की मौजूदगी में हए करार को जलवायु परिवर्तन से निपटने में भारत और यूरोप की साझेदारी के रूप में देखा जा रहा है।