नई दिल्ली। अर्थव्यवस्था को लेकर मोदी सरकार लगातार तमाम बड़े दावे करती रही है लेकिन केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के आंकड़े कुछ और ही बयान कर रहे है। बता दे कि, नोटबंदी और जीएसटी के बाद लगातार जीडीप दर में गिरावट जारी है।
इस साल अप्रैल-जून में देश की जीडीपी ग्रोथ में गिरावट दर्ज की गई। अप्रैल-जून, 2017 के दौरान यह 5.7% रही, जबकि पिछले साल इस दौरान ग्रोथ रेट 7.9% थी। यह इसका तीन साल से निचला स्तर है। हालांकि सरकार का कहना है कि नोटबंदी से इसका कोई लेना देना नहीं है, इसको नोटबंदी से जोड़ना सही नहीं है।
जीडीपी के आंकड़े जारी करते हुए मुख्य सांख्यिकीविद टी.सी.ए अनंत कुमार ने मीडिया से कहा कि मैन्युफैक्चरिंग में सुस्ती आने से जीडीपी पर असर पड़ा है। 2016-17 जनवरी-मार्च के दौरान जीडीपी वृद्धि दर 6.1 प्रतिशत रही थी।
2016-17 में पूरे साल के दौरान विकास दर 7.1 प्रतिशत रही थी। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में अप्रैल-जून के दौरान विकास दर घटकर 5.7 प्रतिशत पर आ गई जो इसी अवधि में चीन की 6.9 प्रतिशत वृद्धि दर की तुलना में बहुत कम है। उल्लेखनीय है कि अब तक भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था था, लेकिन अब यह चीन से पिछड़ गया है।
बता दें कि, सरकार ने 1 जुलाई से जीएसटी लागू किया है। आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि नए कर ढांचे और जीएसटी के प्रभावों की वजह से ही जीडीपी में लगातार गिरावट आ रही है।