अब वो दिन दूर नहीं जब रोगियों का इलाज करने के लिए डॉक्टर वियरेबल टेक्नोलॉजी ‘गूगल ग्लास’ की मदद लेंगे। गूगल ग्लास के जरिए न सिर्फ मरीजों को बेहतर इलाज मिलेगा, बल्कि इससे डॉक्टर कम समय में ज्यादा मरीजों की जांच भी कर पाएंगे। गूगल ग्लास के इस नए अवतार को स्वास्थ सेवाओं के लिए खासतौर पर री-डिजाइन किया गया है। साल 2013 में गूगल ग्लास को पहली बार लांच किया गया था। लेकिन अगले दो वर्षों तक ग्राहकों को आकर्षित न कर पाने की वजह से यह प्रोडक्ट 2015 के अंत में बाजार से गायब हो गया। हाल ही में इसे हेल्थ केयर सहित कई अन्य उद्योगों में मदद के लिए री-डिजाइन कर बाजार में उतारा गया है। हेल्थ केयर सेक्टर में गूगल ने लगभग 2 साल तक इस पर कार्य किया है। हेल्थ केयर पेशेवरों की मदद करने के लिए गूगल ग्लास महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। अब तक कई हेल्थ सेंटर तो इसका इस्तेमाल भी करने लगे हैं। डॉक्टर और मरीज के बीच होने वाली बातचीत की विडियो गूगल ग्लास पर रिकॉर्ड हो जाती है, जिसे डॉक्टर बाद में भी देख सकते हैं। चिकित्सकों की दुनिया में इसे आॅग्मेडिक्स कहा जाता है। इस पर रिकॉर्ड होने वाले विडियो को देखने के बाद डॉक्टर सही ढंग से मरीजों का इलाज कर पाते हैं। इससे कंप्यूटर पर टाइपिंग और नोट्स लिखने में खर्च होने वाला समय बचता है और डॉक्टर कम समय में ज्यादा मरीजों से मिल पाते हैं। एक रिसर्च के मुताबिक डॉक्टरों का लगभग 33 प्रतिशत समय प्रशासनिक कार्यों में खराब होता है।