नई दिल्ली। देश में सस्ती उड़ानों के लिए चर्चित एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट के 58.46 प्रतिशत शेयर अजय सिंह ने 2015 में महज 2 रुपए में खरीदे थे। अजय सिंह ने यह शेयर कंपनी के प्रमोटर कलानिधि मारन और उनकी इनवेस्टमेंट कंपनी केएएल एयरवेज प्राइवेट लिमिटेड से खरीदे थे।
जानकारी के मुताबिक दोनों के बीच कन्वर्टिबल सिक्योरिटीज को लेकर जारी विवाद में दिल्ली हाई कोर्ट में दर्ज कराए गए बयान में इस तथ्य
का खुलासा हुआ है।
सिर्फ 15 दिन में पूरी हुई थी डील
रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय औद्योगिक जगत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब कोई लिस्टेड कंपनी महज 5 रुपए से भी कम में बेची गई हो। यह डील सिर्फ 15 दिन में पूरी हो गई थी और अधिग्रहण करने वाले को पब्लिक शेयरहोल्डर्स के लिए आॅफर ओपन करने से भी छूट दी गई थी।
ट्रांजेक्शन के दौरान नहीं किया खुलासा
अजय सिंह, स्पाइसजेट या फिर मारन में से किसी ने भी इस बारे में ट्रांजेक्शन के दौरान खुलासा नहीं किया था। यही नहीं मार्केट रेग्युलेटर सिक्योरिटीज एक्सचेंज बोर्ड आॅफ इंडिया ने भी इसके खुलासे पर जोर नहीं दिया। यह पहला मौका था, जब किसी लिस्टेड कंपनी का अधिग्रहण बिना कीमत का खुलासा हुआ। इसके अलावा शेयर की कीमतों में भी 100 पर्सेंट तक का डिस्काउंट दिया गया।
सबसे बेहतर परफॉर्मेंस
गौरतलब है कि करीब ढाई साल पहले ही स्पाइसजेट 2.2 मिलियन डॉलर के फ्यूल बिल को चुकाने में असफल रही थी और इसके चलते उसे अपना काम ठप करना पड़ा था। वहीं, आज यह कंपनी दुनिया के सबसे बेहतर परफॉर्मेंस देने वाले एयरलाइन स्टॉक्स में से एक है।