नई दिल्ली। नोटबंदी का विकास दर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है, क्योंकि जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का ग्रोथ रेट तीसरी तिमाही में 7.1 रहा है। केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) की ओर से जारी किये गये ताजा आंकड़ों ने केंद्र सरकार को बड़ी राहत दी है।
नोटबंदी के बाद केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया जा रहा था कि इससे जीडीपी पर भारी असर पड़ेगा, लेकिन ताजा आंकड़े अनुमान के उलट आया है। ऐसा माना जा रहा है कि चालू वित्त वर्ष के लिये जीडीपी वृद्धि का अग्रिम अनुमान 7.1 प्रतिशत रहेगा। इससे पहले भी वर्ष के दौरान वृद्धि दर का यही अनुमान जारी किया गया था। इसके अलावा वर्ष 2016-17 में कृषि और संबंधित क्षेत्र की वृद्धि दर 4.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है, जो की पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 0.8 प्रतिशत उंची है।
इससे पहले केन्द्र सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान राजकोषीय घाटे का आंकड़ा जारी किया। मौजूदा वित्त विर्ष की अप्रैल से जनवरी तक की तीन तिमाही के दौरान यह घाटा 5.64 लाख करोड़ रहा। यह वित्त वर्ष 2017 के टार्गेट का लगभग 105.7 फीसदी अधिक।