नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि एक हजार रूपए और पाँच सौ रूपए के पुराने नोटों को प्रतिबंधित करने के सरकार के फैसले से बैंकों के पास उद्योगों को सस्ता कर्ज देने के लिए पर्याप्त पूँजी आई है जिससे अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। श्री जेटली ने शुक्रवार देर रात यहाँ एक कार्यक्रम में कहा अल्प तथा मध्यम अवधि में इससे बैंकों के पास पूँजी बढ़ी है तथा कम ब्याज दर पर ऋण देने की उनकी क्षमता रातों-रात सुधर गई है। इससे सस्ती पूँजी के अभाव में जूझ रहे इंफ्रास्ट्रक्चर तथा विनिर्माण क्षेत्र को गति मिलेगी और अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर में सुधार होगा।