नई दिल्ली। पेरिस अटैक के बाद से आतंकवादियों के आॅनलाइन नेटवर्क को तहस-नहस करने वाले दुनिया के मशहूर हैकर ग्रुप ‘एनोनिमस’ ने भारत में क्रांतिकारी मोबाइल इंटरनेट सेवा देने का दावा करने वाली रिलायंस जियो पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अगर ये आरोप सही पाए जाते हैं तो वाकई रिलायंस जियो के यूजर्स के लिए बड़ी समस्या हो सकती है।
इस हैक्टिविस्ट ग्रुप के कुछ हैकर्स का का दावा है कि रिलायंस जियो यूजर्स का कॉलिंग डेटा अमेरिका और सिंगापुर भेज रही है। एनोनिमस इंडिया के ट्विटर हैंडल के जरिए यह बताने की कोशिश भी की जा रही है कि कंपनी कुछ भी मुफ्त नहीं दे रही और अपने उपयोगकर्ताओ का डेटा विदेश में बेच रही है।
लोकेशन डेटा को किया चीन से शेयर
स्टेप-बाय-स्टेप गाइड के जरिए इस ग्रुप ने एक वीडियो के जरिए यह दिखाया है कि कॉल से जुड़ी जानकारी अमेरिका और सिंगापुर भेजी जा रही है। इसके अलावा ग्रुप ने एक गाइड जारी किया है, जिसके जरिए कोई भी यूजर्स यह पता कर सकता है कि उसकी कॉल डीटेल्स कथित रूप से विदेश भेजी जा रही है। इस ग्रुप की वेबसाइट anonymousindia.tumblr.com पर एक पोस्ट है।
इसके मुताबिक उन्होंने एक साल पहले भी रिलायंस जियो के बारे में खुलासा किया था कि कंपनी यूजर्स का लोकेशन डेटा चीन के साथ शेयर कर रही है। इसके बाद लिखा गया है, ‘रिलायंस जियो अभी तक आपके कॉल की जानकारी दूसरे देशों के साथ शेयर कर रही है। एक साल हो गए, लेकिन कुछ नहीं बदला।’
दावे में दम भी हो सकता है
बहरहाल इस समूचे खुलासे में कितनी सच्चाई है, यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन हाल ही में इस हैकर ग्रुप ने कई बड़े खुलासे किए हैं, जिससे इसे एकदम खारिज भी नहीं किया जा सकता। इसी ग्रुप ने इस बात का खुलासा किया था कि पेरिस हमले में शामिल आतंकी सुरक्षित मैसेजिंग एप टेलीग्राम यूज कर रहे हैं, जिसके बाद संबंधित कंपनी को उनके अकाउंट्स हटाने पड़े। इसके अलावा इस ग्रुप ने आतंकियों के हजारों ट्विटर हैंडल सहित कई वेबसाइट्स को भी हैक कर उन्हें उनके खिलाफ इस्तेमाल करने का भी दावा किया है।