नई दिल्ली। तमिलनाडु के कुडालोर जिले में स्थित नेयवेली नयी ताप विद्युत परियोजना के पहले संयंत्र में बिजली उत्पादन शुरू हो गया है। यह देश का लिग्नाइट आधारित पहला 500 मेगावाट संयंत्र है जिसे भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) ने बनाया है।
भेल ने आज बताया कि इस परियोजना के तहत 500 मेगावाट के दो संयंत्र लगाये जाने हैं। पहले संयंत्र में उत्पादन शुरू हो गया है। लिग्नाइट के चूर्ण का ईंधन के रूप में इस्तेमाल करने वाले देश के सभी संयंत्रों में इस संयंत्र की रेटिंग सबसे ज्यादा है।
भेल ने एनएलसी इंडिया लिमिटेड के लिए इस संयंत्र का निर्माण किया है। उसे परियोजना के दोनों संयंत्रों के लिए बॉयलर, टर्बाइन और जेनरेटर बनाने का ठेका मिला है। इन तीनों हिस्सों की डिजाइिनिंग, अभियांत्रिकी, विनिर्माण, आपूर्ति, परीक्षण और उत्पादन शुरू करने तथा संबंधित ढाँचों की जिम्मेदारी उसे सौंपी गयी थी। भेल ने बताया कि संयंत्र के महत्त्वपूर्ण उपकरणों का निर्माण उसकी हरिद्वार, त्रिचि, हैदराबाद, रानीपेट, भोपाल और बेंगलुरु स्थित शाखाओं में किया गया।