नई दिल्ली। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने सेविंग्स अकाउंट में पैसे रखने के नए नियमों में कुछ बदलाव किया है। अगर आप अपने खाते में बैंक बैलेंस को बरकरार नहीं रख पाते हैं तो बैंक आपसे जुर्माना वसूलेगा। आपको बता दें कि बैंक खाते में न्यूनतम बैंलेस नहीं होने पर SBI ने जुर्माने से करोड़ों रुपए कमाए हैं। इसके बाद मिनिमम बैलेंस (MAB) का मामला एक बार फिर चर्चा में आ गया है।
एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार, न्यूनतम मासिक बैलेंस बनाए न रखने पर 5 से 15 रुपए तक जुर्माना वसूला जाता है। शाखा का स्थान और अन्य कारणों के अनुसार अलग-अलग पेनल्टी तय हो सकती है। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की वेबसाइट अनुसार, मेट्रो और शहरी शाखाओं वाले सामान्य बचत खातों में ग्राहकों को 3000 रुपए न्यूनतम मासिक राशि को बनाए रखना है, जबकि अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की शाखाओं वाले ग्राहकों को बचत खातों में 2000 और 1000 रुपए न्यूनतम मासिक राशि बनाए रखने की आवश्यकता है।
नए नियम के अनुसार अगर कोई खाते में बैंक बैलेंस को बरकरार नहीं रख पाता तो बैंक इसपर जुर्माना लगाएगा। इस बार भी एसबीआई ने अपने खाता धारकों को साफ किया है कि वे अपने एवरेज मंथली बैलेंस बरकरार रखें। अन्यथा उन्हें जुर्माना देना पड़ सकता है। हालांकि न्यूनतम बैलेंस को लेकर हर खाते के लिए अलग अलग नियम हैं। लेकिन आमतौर पर 5 से 15 रुपये तक की पेनाल्टी लगाई जाती है।
एसबीआई की मेट्रो शाखा के अकॉउंट में न्यूनतम बैलेंस 3000 रुपये रखना तय किया है। उसी तरह अर्बन और सेमी अर्बन शाखा के लिए भी 3000 रुपये जबकि रूरल बैंकों के लिए इसे 1000 रुपये तय किया गया है। मिनिमम बैलेंस कम होने पर खाता धारक को जुर्माने के साथ जीएसटी भी देना होगा।