मुम्बई। बैंक ऑफ बड़ौदा में देना बैंक और विजया बैंक के विलय के प्रभावी होते ही सोमवार एक अप्रैल से उक्त बैंकों की शाखाएं बैंक ऑफ बडौदा की शाखाओं के रूप में काम करने लगेंगी। रिजर्व बैंक ने शनिवार को इस बाबत जानकारी दी। देना बैंक और विजया बैंक के बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय के बारे में गत साल सितंबर में ही निर्णय हो चुका है लेकिन यह निर्णय एक अप्रैल 2019 से प्रभावी होगा। रिजर्व बैंक के मुताबिक विजया बैंक और देना बैंक के ग्राहक अब बैंक ऑफ बड़ौदा के ग्राहक हो जायेंगे।
केंद्र सरकार ने विलय के मद्देनजर बैंक का पूंजी आधार बढ़ाने के मकसद से गत सप्ताह ही बैंक ऑफ बड़ौदा में 5,000 करोड़ रुपये से अधिक की पूंजी डालने की घोषणा की थी। विलय की योजना के तहत विजया बैंक के शेयरधारकों को प्रति 1,000 शेयर पर बैंक ऑफ बड़ौदा के 402 शेयर और देना बैंक के शेयरधारकों को प्रति 1,000 शेयर पर बैंक ऑफ बड़ौदा के 110 शेयर मिलेंगे।
केंद्र की मोदी सरकार ने बैंकों पर गैर निष्पादित परिसंपत्तियों के बढ़ते बोझ को देखते हुए वर्ष 2016 में सरकारी बैंकों के एकीकरण का फैसला किया था। पहले चरण में भारतीय स्टेट बैंक में पांच अन्य बैंकों तथा महिला बैंक का विलय किया गया था।