नई दिल्ली। मोदी सरकार में संस्थाओं के शीर्ष पदों पर बैठे लोगों के इस्तीफे का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। सोमवार को आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल द्वारा पद त्यागने के बाद प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य और मशहूर अर्थशास्त्री सुरजीत भल्ला ने मंगलवार को अपना इस्तीफे दे दिया।
भल्ला प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद में बतौर पार्ट-टाइम सदस्य काम कर रहे थे। उधर प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी भल्ला के आर्थिक सलाहकार परिषद छोड़ने की पुष्टि कर दी है। पीएमओ ने बताया कि प्रधानमंत्री ने भल्ला का इस्तीफा मंजूर कर लिया है।
लेख में नहीं दी अपनी पहचान
भल्ला द इंडियन एक्सप्रेस में नो प्रूफ रिक्वॉयर्ड नाम से लेख लिखते हैं, पहले वे लेख में खुद की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य के तौर पर पहचान बताते थे, लेकिन मंगलवार को छपे लेख में उन्होंने यह पहचान नहीं दी। दरअसल, सुरजीत भल्ला को आम तौर पर सरकार के समर्थकों में से एक माना जाता है, लेकिन एक दिसंबर को उन्होंने नीति आयोग पर तीखा हमला बोलते हुए सरकार की कड़ी आलोचना की थी।
यह लिखा था भल्ला ने
भल्ला ने लिखा था मैं मानता हूं कि नीति आयोग को एससीओ के डाटा आंकलन में सीधे तौर पर शामिल करना गैर-जरूर था। भल्ला नीति आयोग के संबंध में उस डाटा की बात कर रहे थे, जिसमें मोदी सरकार ने यूपीए सरकार के जीडीपी आंकड़ों की दोबारा समीक्षा कराई थी।